CATEGORIES

पूर्वाभास की शक्ति निरन्तर साधना का परिणाम
Jyotish Sagar

पूर्वाभास की शक्ति निरन्तर साधना का परिणाम

जब कभी आप निराश होंगे, तो आपको एक अद्भुत ब्रह्मनाद सुनाई देगा, जो आपको कहेगा कि आप परमात्मा के पुत्र हो । अद्भुत क्षमतावान् व्यक्ति आप पर भरोसा करेंगे।

time-read
3 mins  |
February 2023
जन्मपत्रिका में कही आप मंगली तो नहीं?
Jyotish Sagar

जन्मपत्रिका में कही आप मंगली तो नहीं?

यदि इन भावों में विराजमान मंगल यदि स्वक्षेत्री हो, उच्च राशि में स्थिति हो, अथवा मित्र क्षेत्री हो, तो दोषकारक नहीं होता है।

time-read
3 mins  |
February 2023
रात्रिजागरण एवं चार प्रहर पूजा
Jyotish Sagar

रात्रिजागरण एवं चार प्रहर पूजा

18 फरवरी, 2023 (शनिवार)

time-read
1 min  |
February 2023
शिव तो 'शिव' हैं
Jyotish Sagar

शिव तो 'शिव' हैं

शिव को कौन नहीं जानता? निर्विकार, निराकार, सच्चिदानन्द, परमब्रह्म, परमात्मा का नाम ही शिव है।

time-read
2 mins  |
February 2023
ऑस्ट्रेलिया सीरीज में पुनः गरजेगा 'विराट!
Jyotish Sagar

ऑस्ट्रेलिया सीरीज में पुनः गरजेगा 'विराट!

एकादशेश की दशा में द्वितीय भावस्थ ग्रह की प्रत्यन्तर्दशा खेलों में उपलब्धिकारक है। ऐसी स्थिति में भारतऑस्ट्रेलिया की आगामी क्रिकेट शृंखला में विराट का प्रदर्शन बेहतर रहेगा। उनके बल्ले से अधिक रन निकलेंगे।

time-read
2 mins  |
February 2023
नोवक जोकोविच
Jyotish Sagar

नोवक जोकोविच

23 खिताबों के साथ बनेंगे सर्वकालिक महानतम खिलाडी!

time-read
2 mins  |
February 2023
विश्व की सबसे ऊँची शिव प्रतिमा: विश्वास स्वरूपम्
Jyotish Sagar

विश्व की सबसे ऊँची शिव प्रतिमा: विश्वास स्वरूपम्

राजस्थान के राजसमंद जिले में श्रीनाथधाम नाथद्वारा में विश्व की सबसे ऊँची शिव प्रतिमा विश्वास स्वरूपम् ( Statue of Belief) अवस्थित है।

time-read
1 min  |
February 2023
ऋषि-मुनियों की तपोस्थली है ऋषिकेश
Jyotish Sagar

ऋषि-मुनियों की तपोस्थली है ऋषिकेश

भारतीय संस्कृति की गौरवगाथा कहती पतित पावनी गंगा हिमालय की गोद से उतरकर, जिस स्थान से मैदानों की ओर बढ़ती है, उसी का नाम ‘ऋषिकेश' है। ऋषि-मुनियों की तपोस्थली रही इस पवित्र आध्यात्मिक तीर्थनगरी में चित्त को अपूर्व शान्ति मिलती है। नाम के अनुरूप ऋषिकेश आज भी हमारी गौरवशाली धार्मिक परम्पराओं और सांस्कृतिक पहचान को सहेजकर रखे हुए है।

time-read
2 mins  |
January 2023
सम्पाति ने की वानरों की सहायता
Jyotish Sagar

सम्पाति ने की वानरों की सहायता

गंगातट पर चल रही रामकथा के 23वें दिन किष्किंधाकाण्ड के प्रसंगों का श्रोतागण आनन्द ले रहे हैं। स्वामी जी कथा को रोचक बनाते हुए श्रोतागणों को भक्तिरस का पान करवा रहे हैं। स्वयंप्रभा से विदा लेकर वानरगण हनूमान जी, अंगद, जाम्बवन्त आदि के साथ समुद्र तट पर खड़े हुए हैं। अब कथा में आगे .......

time-read
3 mins  |
January 2023
भाग्य से जीत, भाग्य से हार
Jyotish Sagar

भाग्य से जीत, भाग्य से हार

भाग्य से जीत और भाग्य से हार | यानि भाग्य के चाहने से ही व्यक्ति को उसके कर्मों का सुफल मिलता है न कि प्रयासों और पुरुषार्थ करने से

time-read
2 mins  |
January 2023
महापर्व नवरात्र उपासना विधि
Jyotish Sagar

महापर्व नवरात्र उपासना विधि

भगवान् राम को देवर्षि नारद जी ने रावण का वध करने और सीता को पुनः प्राप्त करने के लिए नवरात्र व्रत का उपदेश किया था। भगवान् राम तथा लक्ष्मण ने किष्किन्धा पर्वत पर आश्विन (शारदीय) नवरात्र में उपवासपूर्वक विधि-विधानपूर्वक पूजन किया।

time-read
6 mins  |
January 2023
नवरात्र रहस्य
Jyotish Sagar

नवरात्र रहस्य

शाक्त-दर्शन के अनुसार आदिशक्ति पराम्बा की उपासना इसलिए की जाती है, कि वे परब्रह्म से सर्वथा अभिन्न हैं।

time-read
4 mins  |
January 2023
भारत के युगदृष्टा स्वामी विवेकानन्द
Jyotish Sagar

भारत के युगदृष्टा स्वामी विवेकानन्द

प्रेरक प्रसंग - एक बार एक ईसाई पादरी ने गीता को सबसे नीचे रखकर उस पर बाइबिल, कुरान आदि धर्मग्रन्थों को रखकर स्वामी विवेकानन्द से कहा, “देखो स्वामी, तुम्हारा ग्रन्थ तो सबसे नीचे है। बाइबिल आदि अन्य धर्मों की पुस्तकें सबसे ऊपर हैं।\" हैं इस पर स्वामी विवेकानन्द ने उत्तर दिया, \"आपने ठीक कहा है, गीता ही सब धर्मग्रन्थों का मूल अर्थात् आधार है। हिन्दू धर्म के सिद्धान्त ही सब धर्मों का सार है।\" पादरी विवेकानन्द का तर्कसंगत उत्तर सुनकर चुप हो गया।

time-read
4 mins  |
January 2023
कुम्भ लग्न के अष्टम भाव में स्थित चन्द्रमा के फल
Jyotish Sagar

कुम्भ लग्न के अष्टम भाव में स्थित चन्द्रमा के फल

कैसे करें सटीक फलादेश (भाग-186)

time-read
8 mins  |
January 2023
मकर संक्रान्ति का आध्यात्मिक रहस्य
Jyotish Sagar

मकर संक्रान्ति का आध्यात्मिक रहस्य

मनुष्य के संस्कारों में आसुरियता की मिलावट हो चुकी है, अर्थात् उसके संस्कार खिचड़ी हो चुके हैं, जिन्हें परिवर्तन करके अब दिव्य संस्कार धारण करने हैं। इसका अर्थ यह है कि प्रत्येक मनुष्य को ईर्ष्या-द्वेष आदि संस्कारों को छोड़कर संस्कारों का मिलन इस प्रकार करना है, जिस प्रकार खिचड़ी मिलकर एक हो जाती है।

time-read
3 mins  |
January 2023
भारतीय मूर्तिशिल्प में भगवान् सूर्य
Jyotish Sagar

भारतीय मूर्तिशिल्प में भगवान् सूर्य

मानव समाज में था। सूर्य के साक्षात् देव होने पर ही उनके मन्दिर देश के विभिन्न स्थानों पर निर्मित प्राप्त होते हैं। सूर्य नारायण प्रत्यक्ष भगवान् हैं और हमें उनके प्रत्यक्ष दर्शन प्राप्त होता है।

time-read
3 mins  |
January 2023
मकर संक्रान्ति एवं सूर्योपासना
Jyotish Sagar

मकर संक्रान्ति एवं सूर्योपासना

अपार ऊर्जा का सृजन होता है। मार्कण्डेय पुराण के अनुसार सूर्य ब्रह्मस्वरूप हैं। नवग्रहों में प्रमुख ग्रह हैं। सूर्य का वर्ण लाल है। सूर्य के रथ में एक ही चक्र है, जो 'संवत्सर' कहलाता है। इस रथ में 12 आरे हैं, जो बारह मास के प्रतीक हैं। चक्र, शक्ति, पाश और अंकुश इनके मुख्य शस्त्र हैं।

time-read
4 mins  |
January 2023
ओज और प्रगति का पर्व मकर संक्रान्ति
Jyotish Sagar

ओज और प्रगति का पर्व मकर संक्रान्ति

भारत पर्वों और त्योहारों का देश है। यहाँ वर्षभर का कोई भी ऐसा माह नहीं होता, जिसमें कोई न कोई त्योहार नहीं पड़ता हो। इसलिए यहाँ यह उक्ति प्रसिद्ध है : 'सदा दीपावाली सालभर, सातों वार त्योहार ।' इन्हीं त्योहारों में से एक त्योहार है 'मकर संक्रान्ति', जिसकी अपनी विशेषता है।

time-read
5 mins  |
January 2023
मन्त्र जप जीवन को व्यस्थित करता है
Jyotish Sagar

मन्त्र जप जीवन को व्यस्थित करता है

हम सबके जीवन में मन्त्र का प्रबल प्रभाव होता है। अपनी उन्नति इस बात पर निर्भर करती है कि हमने किन मन्त्रों का जप किया है? मन्त्र जप अपनी कुण्डली के अनुसार करें, जिससे आपको पूर्णतः लाभ मिल सके।

time-read
3 mins  |
January 2023
देवी सरस्वती के साम्य स्वरूप मिनर्वा और म्युजेज
Jyotish Sagar

देवी सरस्वती के साम्य स्वरूप मिनर्वा और म्युजेज

भारतीय धर्म परिवेश में विद्या की देवी सरस्वती के समान ही मिनर्वा (रोमन देवी) और म्युजेज (ग्रीक) विद्या एवं कला की देवी के रूप में पावन एवं पूज्य स्थान रखती हैं।

time-read
2 mins  |
January 2023
माँ सरस्वती का प्राकट्य दिवस है बसन्त पंचमी
Jyotish Sagar

माँ सरस्वती का प्राकट्य दिवस है बसन्त पंचमी

माँ! तुम ज्ञान देने वाली हो, जब चारों ओर संशय है, तो फिर हम कहाँ जाएँ? तुम्हारी छवि का ध्यान ही हमारी अज्ञानता को दूर कर देता है। शारदे ! हम एक दीप जलाते हैं और बस, इतना जानते हैं कि कहीं कोई लयबद्ध सितार बज रहा हो, तो वह भी आपकी ही उपासना है।

time-read
2 mins  |
January 2023
ज्योतिष में ग्रहों के बल का मापक षड्बल
Jyotish Sagar

ज्योतिष में ग्रहों के बल का मापक षड्बल

जो ग्रह अधिक बलवान् होंगे, वह कुण्डली में जातक को अधिक फल देगा और जो बलहीन होगा। वह फल देने में कमजोर होगा अर्थात फल नहीं देगा।

time-read
10+ mins  |
January 2023
पेट सम्बन्धी बीमारियों से छुटकारा दिलाता है भुजंगासन
Jyotish Sagar

पेट सम्बन्धी बीमारियों से छुटकारा दिलाता है भुजंगासन

भुजंग एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है 'सर्प'। इस आसन में हमारे शरीर की आकृति फन उठाये सर्प की तरह होती है, अतः इस आसन को 'भुजंगासन' कहते हैं।

time-read
1 min  |
January 2023
केन्द्रगत शनि से बना अद्भुत यशस्वी योग
Jyotish Sagar

केन्द्रगत शनि से बना अद्भुत यशस्वी योग

हम बात कर रहे हैं शनि की ऐसी स्थिति की, जिसमें शनि विशेष प्रसिद्धि और राजयोग के साथ निरन्तर प्रगति पथ की ओर भी ले जा रहा है और वह स्थिति है, जब शनि केन्द्र (विशेषकर चतुर्थ एवं सप्तम भाव) में वृषभ राशि में स्थित हो। शनि वृषभ राशि में अकेला स्थित हो

time-read
2 mins  |
January 2023
विश्वकप विजेता लियोनेल मेसी
Jyotish Sagar

विश्वकप विजेता लियोनेल मेसी

18 दिसम्बर, 2022 दोहा के स्टेडियम में लगभग 89 हजार दर्शकों के साथ करोड़ों टीवी दर्शकों की साँसें फीफा वर्ल्डकप मैच की गति के साथ-साथ ऊपरनीचे हो रही थीं।

time-read
3 mins  |
January 2023
गणेश जी का 400 साल पुराना मन्दिर, जहाँ स्वयं प्रकट हुए थे बप्पा
Jyotish Sagar

गणेश जी का 400 साल पुराना मन्दिर, जहाँ स्वयं प्रकट हुए थे बप्पा

बात अगर मन्दिरों की करें, तो देश के इकलौते मन्दिर में समुद्र की लहरें भी दस्तक देती हैं, जिसका इतिहास *लगभग 400 साल पुराना है।

time-read
1 min  |
December 2022
भूखे भूतों को खिलाते हैं टेस्टी खाना
Jyotish Sagar

भूखे भूतों को खिलाते हैं टेस्टी खाना

15 दिन के लिए खुलता है 'नरक का द्वार'

time-read
1 min  |
December 2022
2025 में फिर चांद पर उतरेगा इन्सान!
Jyotish Sagar

2025 में फिर चांद पर उतरेगा इन्सान!

चांद के सबसे करीब पहुँचा नासा का मून मिशन

time-read
2 mins  |
December 2022
बिना मूर्ति का मन्दिर, जहाँ होती है देवी के चरणों की पूजा
Jyotish Sagar

बिना मूर्ति का मन्दिर, जहाँ होती है देवी के चरणों की पूजा

हिडम्बा देवी मन्दिर हिमाचल प्रदेश के मनाली में स्थित है। यह एक प्राचीन गुफा मन्दिर है जो हिडिम्बी देवी या हिरमा देवी को समर्पित है। हिडिम्बा का वर्णन महाभारत में भीम की पत्नी के रूप में मिलता है।

time-read
1 min  |
December 2022
महामना मदनमोहन मालवीय की गौभक्ति
Jyotish Sagar

महामना मदनमोहन मालवीय की गौभक्ति

महामना जयन्ती (25 दिसम्बर, 2022) पर विशेष

time-read
2 mins  |
December 2022