10 नवंबर को छठ पूजा में भीड़ नियंत्रण के मुद्दे पर सुनवाई
कोलकाता हाई कोर्ट ने गुरुवार को एक और ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए बंगाल में कालीपूजा, दीपावली, जगाद्धात्री पूजा, कार्तिक पूजा और छठपूजा के दौरान पटाखे फोड़ने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। राज्य में पटाखों की खरीद-बिक्री पर भी रोक रहेगी। इस दिन, एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायाधीश संजीव बंद्योपाध्याय और अरिजीत बंद्योपाध्याय की खंडपीठ ने यह फैसला सुनाया। जनहित याचिका में कहा गया था कि पटाखे फोड़ने से फैलने वाले प्रदूषण से कोरोना के मरीजों को सांस लेने में तकलीफ की समस्या बढ़ सकती है।
Continue reading your story on the app
Continue reading your story in the newspaper
बंगाल विधानसभा चुनाव : उप-चुनाव आयुक्त ने चुनावी तैयारियों की समीक्षा बैठक पर जताई असंतुष्टि
चुनाव में लापरवाही बरतने पर बिना कारण पूछे अधिकारियों को हटाने का निर्देश
बागबाजार : भयावह आग में कई झोपड़ियां जलकर राख
आक्रोशित लोगों ने पुलिस की गाड़ी में की तोड़फोड़
चिटफंड मामले में मुख्यमंत्री की हो गिरफ्तारी : दिलीप घोष
राज्य में विधानसभा चुनाव के पहले वारपलटवार का सिलसिला जारी है।
गंगासागर: श्रद्धा के साथ पुण्यार्थियों ने लगाई आस्था की डुबकी
मंत्री का दावा अब तक कुल 15.5 लाख श्रद्धालु पहुंचे
कोविड-19: प्रधानमंत्री मोदी कल करेंगे टीकाकरण अभियान की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 16 जनवरी को देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे।
कोरोना काल में गंगासागर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पूरे की विशेष व्यवस्था
कोविड-19 की पृष्ठभूमि में पूर्व रेलवे ने गंगासागर मेला के श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं। यात्रियों की सुविधाजनक यात्रा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए सियालदह (दक्षिण), कोलकाता, लक्ष्मीकांतपुर, नामखाना, काकद्वीप से 12 गैलोपिंग ईएयू ट्रेनों को 17 जनवरी तक चलाने का निर्णय लिया है।
अब सबके मोबाइल में होगी सूचना विभाग की डायरी : आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को मकर संक्रांति के अवसर पर सूचना विभाग की डिजिटल डायरी और ऐप का लोकार्पण किया जिसके जरिये राज्य के जनप्रतिनिधियों, विभागों और अधिकारियों तक जन-जन की पहुंच और आसान हो सकेगी।
बुमराह ब्रिसबेन टेस्ट से बाहर हुए, अग्रवाल को नेट पर चोट लगी, अश्विन की पीठ में जकड़न
चोटों से जूझ रही भारतीय क्रिकेट टीम को मंगलवार को एक और झटका लगा जब तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ जसप्रीत बुमराह पेट में खिंचाव के कारण आस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट से बाहर हो गए। इतना ही नहीं, ब्रिसबेन में अंतिम एकादश में हनुमा विहारी के विकल्प माने जा रहे मयंक अग्रवाल को भी नेट पर बल्लेबाजी करते हुए हाथ में चोट लगी और उन्हें हेयरलाइन फ्रेक्चर हो सकता है। स्थिति और बदतर हो गई जब सिडनी टेस्ट के अंतिम दिन साढ़े तीन घंटे बल्लेबाजी के बाद रविचंद्रन अश्विन की पीठ की जकड़न की समस्या बढ़ गई जिससे भारत के पास अधिक विकल्प नहीं बचे हैं।
भाजपा मुस्लिम विरोधी नहीं: दिलीप घोष
आरोप : बंगाल के मुसलमानों को दीदी की पुलिस ने डराया
महामारी के बाद देश में पर्यटन क्षेत्र को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा: नायडू
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी का दौर खत्म होने के बाद देश के पर्यटन क्षेत्र को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा क्योंकि अधिकतर भारतीय देश में ही यात्रा करना पसंद करेंगे।
An Epic Phone-a-Thon
India’s smartphone shoppers will be spoiled for choice this festive season
इस देश में दीवाली पर होती है कुत्तों की पूजा
दीवाली हिंदुओं का एक बड़ा त्यौहार है. भारत में इसे बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. इस मौके पर पटाखे छोड़े जाते हैं और मिठाइयां बांटी जाती हैं. हर जगह उत्साह का माहौल होता है. इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है. वैसे तो दीवाली दुनिया के लगभग सारे देशों में मनाई जाती है, लेकिन एक देश ऐसा भी है जहां दीवाली कुछ अलग ढंग से मनाई जाती है, वह देश है नेपाल.
लक्ष्मी पूजन फिर भी जेब खाली की खाली
कोरोना के नाम पर पूरे देश में केंद्र सरकार द्वारा असफल तालाबंदी लागू की गई. परिणाम इतना भयावह है कि तालाबंदी थोपे जाने के 8 माह बाद भी देश किसी भी स्तर पर संभल नहीं पाया है. मजबूरीवश देशवासियों ने इस साल तमाम त्योहारों पर हाथ भींच लिए और अब दीवाली, शादियों की धूमधाम भी तालाबंदी की भेंट चढ़ रही है.
दिवाली पर प्रदूषण का साया क्यों?
तेजोमय उल्लास के महापर्व दीपावली के आते ही पर्यावरण प्रदूषण की बात जोरों से उठती है। एक शाश्वत सवाल हर बार उठाया जाता है कि दीपावली पर आतिशबाजी करने की मान्यता का क्या कोई धार्मिक इतिहास है? माता लक्ष्मी को पूजने के पुरातन इतिहास से आतिशबाजी कब व कैसे जुड़ी? यदि यह धर्मशास्त्र द्वारा बनाई रीति नहीं है तो दीपावली पर पटाखों का चलाना कैसे रस्म बनता गया? इस सवाल का जवाब जरूरी है कि पारंपरिक पर्व पर प्रदूषण का साया क्यों पड़ा हुआ है?
रोशनी का दिव्यबोध फैलाती दीपावली
लक्ष्मी की आराधना होनी चाहिए क्योंकि लक्ष्मी का संबंध धन से नहीं वरन उसकी पवित्रता से है। लक्ष्मी अशुद्ध, अपवित्र और अप्राकृतिक से कभी नहीं जुड़ती। इस नाते जिसका आस्वादनभोजन अशुद्ध है, जिसकी भाषा-वाणी अपवित्र है, जिसका संस्कार-विहार अप्राकृतिक है, वह लक्ष्मी का आशीर्वाद कैसे प्राप्त कर सकता है। सच्ची और स्थाई लक्ष्मी वही है जो शील और मर्यादा से पायी जाए।
खुशियों की जगमग में भांति-भांति की रीत
आज भी प्रचलन में है मारवाड़मेवाड़ की ये कुछ खास परम्पराएं
कोरोना काल में पटाखों पर न देंजोर, सबसे बुरा है इसका शोर
इस बार दीपावली केवल दीप जलाकर ही मनाएं तो यह मानवता की सेवा होगी। हमने और आपने अगर इस बार पटाखे जलाए तो कोविङ-19 के दौर में यह धूमधड़ाका सभी के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। पटाखों से निकलने वाला जहरीला धुआं में और जहर घोल देगा और ऑक्सीजन लेने में लोगों को दिक्कत होगी। पटाखे न जलाकर हम कई लोगों की जान जोखिम में डालने से बच जाएंगे।
दीपोत्सव
जिस देश की संस्कृति में जन्म से लेकर मृत्यु तक को उत्सव की तरह मनाया जाता हो वहां यही कहा जा सकता है कि यहां हर पल की उत्सवता एक स्वभाव एवं जीवन दर्शन बनकर हमारे जीवन में रची-बसी है। हमारे देश की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत अनेक विविधताओं और रंगों को समेटे हुए हैं ।
प्रकाश का पर्व दीपावली
प्रकाश का पर्व दीपावली
लोंगेवाला : चेतावनी भी, सीख भी!
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर वर्ष की भांति इस वर्ष की दीपावली पर राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले नायकों के बीच पहुंचे।