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चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देना है स्वागतयोग्य
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह को भारत रत्न देने की घोषणा की है, उनके नाम के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव व कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भी भारत रत्न के लिए चुना गया है, इन तीनो को ही यह सम्मान मरणोपरांत मिलेगा।
विशेष पिछड़ी जनजातियों की बदलेगी तस्वीर
मुख्यमंत्री का पिछड़ी जनजाति के विकास पर है विशेष जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हृदय में बसा है मध्यप्रदेश
चुनौतियों को संभावना में बदलने वाले राज्य का नाम मध्यप्रदेश है। यह प्रदेश तरक्की और अपेक्षाओं से भरा है। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश पहले सपना था लेकिन अब हकीकत बनकर हमारी आँखों के सामने आ चुका है। प्रसंगवश है कि देश में मध्यप्रदेश की प्रशंसा होती है। स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार इस राज्य की सराहना कर चुके हैं।
हरदा में हुए बारूदी विस्फोट से सबक लेने की जरूरत
देश के दिल मध्यप्रदेश के हरदा में हुए बारूदी विस्फोट ने पूरे सूबे को दहलाकर रख दिया है, यहां तक कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी तक इस हादसे से विचलित हो गए और उन्होंने भी मृतकों के आश्रितों और घायलों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा कर दी। मध्यप्रदेश सरकार ने तो अपने हिस्से की राहत पहले ही देने का ऐलान कर दिया।
भारत रत्न सम्मान के साथ-साथ सियासी दाँव?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से जिन लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है सभी लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है। लेकिन लोकसभा चुनाव के करीब होने के कारण ऐसे पुरस्कारों की घोषणा पर सवाल उठना लाजिमी है। इन पुरस्कारों के जरिए उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम को साधने की राजनीति है।
ज्ञान नेत्र से उजाला फैलाती गरिमा
कुदरत के खेल भी निराले हैं। व्यक्ति के लिये एक रास्ता बंद करती है सौ रास्ते खोल भी देती है। लौकिक दृष्टि लेती है तो अलौकिक दृष्टि दे देती है। हरियाणा के महेंद्रगढ़ जनपद के नावदी गांव की गरिमा ने इस बात को साबित किया। जब नौ साल पहले गरिमा पैदा हुई तो दृष्टिबाधित थी।
जन जातीय जन-मन कल्याण के प्रेरक प्रधानमंत्री
आज मध्यप्रदेश हर्षित है, उत्साहित है। देश के लोकप्रिय और यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी झाबुआ में आयोजित जन जातीय सम्मेलन को संबोधित करने पधार रहे हैं। आज का दिन विशिष्ट है। आज पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि है जो समर्पण दिवस के रूप में मनाई जा रही है।
राष्ट्र निर्माता एवं आदर्श व्यक्तित्व के पर्याय महर्षि दयानंद सरस्वती
आधुनिक हिंदू पुनर्जागरण के निर्माता, समाज सुधारक, आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती जी का जन्म 12 फरवरी, 1824 को गुजरात के टंकारा में हुआ था। उनकी माताजी का नाम यशोधाबाई और पिताजी करशन लालजी तिवारी थे।
आरक्षण पर नेहरू और मोदी की सोच में फर्क क्या?
जिस दिन नरेन्द्र मोदी संसद के भीतर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोल रहे थे, वो अपनी सरकार में महिला, नौजवान आदि के नाम पर किये गये काम गिना रहे थे। इस बीच किसी विपक्षी सांसद ने यह कहकर टोक दिया कि आपने अल्पसंख्यकों का नाम नहीं लिया। इस पर प्रधानमंत्री मोदी इतने नाराज हुए कि लगभग बिफरते हुए कहा कि कब तक समाज को टुकड़ों में बांटते रहोगे।
माओवादी आतंक प्रभावित गांवों में लागू होगी 'नियद नेल्लानार योजना'
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज विधानसभा में माओवादी आतंक प्रभावित क्षेत्रों के गांवों के लिए 'नियद नेल्लानार योजना' अर्थात 'आपका अच्छा गांव योजना' प्रारंभ करने की बड़ी घोषणा की। इस योजना के तहत माओवादी आतंक प्रभावित क्षेत्रों में प्रारंभ किए गए 14 ये कैंपों की 5 किलोमीटर की परिधि के गांवों में 25 से अधिक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही इन गांवों के ग्रामीणों को शासन की 32 व्यक्ति मूलक योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। नए कैम्प पुलिस का ही नहीं विकास का भी कैम्प होगा।