मेंरे पिता रमेशचंद्र श्रीवास्तव मंचों पर बलई काका के नाम से जाने जाते थे. ये उनका उपनाम था. इसी से उनकी पहचान बनी. उन दिनों रमई काका और बालकवि बैरागी प्रसिद्ध थे, पर मेरे पिता काका हाथरसी से ज्यादा प्रभावित रहे. वे मंचों पर कविता पढ़ने जाते थे. लेकिन उस जमाने में कविता या हास्य की लाइन को घर वाले बड़ा असुरक्षित मानते थे. इससे रोजी-रोटी कैसे चलेगी, खर्चा कैसे चलेगा यह चिंता का विषय था. आजकल तो कवियों को अच्छा सम्मान और पैसा मिलता है. कुमार विश्वास और कुछ दूसरे लोग कवि सम्मेलनों में प्राइज को हजारों से लाखों की तरफ ले आए, लेकिन फादर के टाइम पर ये स्थिति नहीं थी. इसीलिए वे अपनी सरकारी नौकरी कभी नहीं छोड़ पाए. जब कभी इरादा बनाते तो हमारे बाबा उनको यह कहकर मना कर देते कि कवि सम्मेलनों में यहां-वहां जाकर कविता पढ़ देते हो, हार-फूल मिलता है, एक शॉल मिलती है. इससे बच्चे पलेंगे? इसलिए पिताजी इतवार के दिन ही कवि सम्मेलन में जा पाते थे, वो भी इतनी दूर कि दिन में जाएं और रात को या भोर तक लौट आएं. इसलिए वे कानपुर, लखनऊ, उन्नाव, फतेहपुर, प्रतापगढ़ या सीतापुर तक ही मंचों पर जा पाते थे.
ये छुटपने की बात बता रहे हैं हम आपको.
नौकरी की वजह से वो बंधे हुए थे. स्वतंत्र रूप से इस क्षेत्र में नहीं आ पाए. इसलिए उनकी पहचान तो बनी लेकिन सीमित एरिया तक, उस तरफ के जो खांटी कविताप्रेमी लोग हैं वे जानते हैं उनको. अवधी में ज्यादा कविता करते थे. लखनउवै में देख मेम साब, कहव तनिक हमरौ संग बैठो... इस भाषा में वो कविता करते थे.
जाहिर है कि गुजरात, पंजाब, मध्य प्रदेश या बिहार आदि की तरफ वे गए ही नहीं. लेकिन उनके पक्के चाहने वाले थे, वो आज तक उनको याद करते हैं. एक-दो बार अम्मा ने कहा कि 'देखौ बहुत देर है गई, अभी लउटे नहीं हैं. जाव लइकै आओ, कहूं बइठे होइहैं कवि सम्मेलन के बाद'. फिर किसी दोस्त से रिक्वेस्ट करके फलानी जगह स्कूटर लेकर गए-देखा, वहां पैसा खत्म हो गया है तो बस के इंतजार में बैठे हैं ठंडी में. उनको स्कूटर पर बिठाकर घर लाए. ऐसा हमने पांच-छह बार किया होगा.
दिन में जब वे कचहरी चले जाते थे तो उनका झोला रखा होता था, जिसमें उनकी डायरी होती थी. हम ऊपर छत पर धूप में उसके पन्ने पलटते. उनके आने से पहले जल्दी-जल्दी पढ़के उसी तरह से रख देते. उनको बड़ा ध्यान रहता था कि उनकी डायरी कोई छुए नहीं. तो उसमें से कुछ लाइनें हम याद कर लेते थे. हमारे स्कूल में जब छब्बीस जनवरी या पंद्रह अगस्त पड़ते थे तो प्रिंसिपल साहब हर कक्षा में पुछवाते थे कि कोई है जो झंडारोहण के बाद गाना-वाना गाना या कविता पढ़ना चाहता हो. हम अपना नाम लिखवा देते या लिख लिया जाता. वहां उनकी कविता हम सुनाते थे. ये बात होगी, आप सोच लीजिए, यही कोई 40-42 साल पीछे की.
पिताजी कविता पाठ करते और मैं नकल करके लोगों को हंसाया करता था. लेकिन माता जी मुझसे परेशान होती थीं कि ये कौन-सा काम है. माता जी पूछती थीं, 'कल कहां गए रह्यौ बाबू?' कोई बता देता कि 'सनीमा देखके आए हैं अमिताभ बच्चन का.' माता जी कहती, 'अम्ताब् बच्चन रोटी नाई देत हैं. सनीमा हाल जाये से दाल, चावल, रोटी नाई मिलत है. हमैं रोटी चाही, बनाय-बनाय कै देहैं?' बाद में हमलोग मजाक करते थे कि 'अब अम्ताब् बच्चनै रोटी देहैं.' उन्हीं की नकल कर-कर के हमारी पेमेंट बढ़ी या उनकी डबिंग करके बहुत पैसे मिले. एक तरह से अमिताभ से पहचान बनी. अम्मा को पता नहीं था तो चिढ़ती थीं. मैं ये बातें इसलिए बता रहा हूं कि इसमें पिताजी का रोल आने वाला है. बार-बार कहतीं, 'ठीक से नंबर लाव तौ किताबें खरीदवाएं. अगर तुमका अइसै सनीमा हाल में घुसे रहना है तौ रहै देव, तब किताबन के पइसा से हम घर मा गेहूं-चावल भरवाई. लेकिन तब तक मुझे तालियों की आदत लग गई थी. अम्मा पिताजी से शिकायत करतीं, 'कुछ सुने हौ? काल फिर पिच्चर देखी गई है. कउन-सी...का नाम है मकान कि दीवार, अइसै कुछ देखके आए हैं. पता नहीं कहां देखत हैं जाइ कै.' पिताजी कहते, 'तुम मंदिर जाती हो, उधर ही कोल्ड स्टोरेज जैसा घर है. वहीं जात हैं. सिनेमाहाल है.'
Continue reading your story on the app
Continue reading your story in the magazine
किसको मिला मेरा डेटा?
फेसबुक-व्हाट्सऐप डेटा साझेदारी
अब बाइडन से लगी आस
देश का मिज़ाज सर्वेक्षण के उत्तरदाता मानते हैं कि नए अमेरिकी राष्ट्रपति भारत के लिए अनुकूल हैं. लेकिन सीमाओं पर चीन से भारत को जो चुनौती मिल रही है क्या जो बाइडन उसे हल करने में तत्परता दिखाएगे?
हिंदुत्व का ज्वार
कोविड, नकारात्मक आर्थिक उन्नति और चीनी अतिक्रमण के बावजूद, लोगों का नरेंद्र मोदी पर विश्वास बना हुआ है. उनकी पार्टी के दक्षिणपंथी एजेंडे के लिए भी समर्थन बढ़ रहा है.
बुरे दिन बीते रे भैया
मोदी सरकार की कोविड से निबटने की रणनीति को लोगों ने सराहा. अब टीकाकरण अभियान को लेकर भी सर्वे के प्रतिभागी बड़े उत्साह के साथ भरोसा जता रहे हैं
बागडोर पर सधी पकड़
कोविड-19 और लॉकडाउन ने अर्थव्यवस्था पर गहरे और स्थायी निशान छोड़े हैं, लेकिन देश का मिजाज सर्वेक्षण में लोगों ने सरकार पर भरोसा और यकीन जताया कि वह मौजूदा संकट से निजात दिलाकर फिर गाड़ी पटरी पर ले आएगी
संभावनाओं का समुंदर
ओडिशा में ईको टूरिज्म नेचर कैंप और ईको रीट्रीट के जरिए पर्यटन को बढ़ावा देने से राज्य में पर्यटक और निवेशक, दोनों की दिलचस्पी बढी
खुलकर खर्च करने का वक्त
2021 के बजट पर टिकी हैं भारी उम्मीदें-सरकार को चाहिए कि अर्थव्यवस्था को गिरते ग्रोथ, मांग और निवेश की दलदल से उबारे
गठबंधन की ढीली पड़ती गांठ
पटना में जनता दल (यूनाइटेड) के दफ्तर में 7 जनवरी को एक अहम शख्स पधारे. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव आधिकारिक तौर पर तो जद (यू) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह को बधाई देने आए थे, जिन्होंने 27 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अध्यक्ष का पदभार संभाला था, लेकिन उस मुलाकात के कई और मायने भी थे.
उम्मीदों का टीका
विशाल पैमाने पर कोविड वैक्सिनेशन कार्यक्रम को लेकर अधिकारी भरोसे से लबरेज, मगर जमीन पर कई चुनौतियां बाकी
कानून और अव्यवस्था
सरकार और किसानों के बीच गतिरोध को खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने की पहल. लेकिन किसान कृषि कानूनों को रद्द करने से कम पर किसी सूरत में मानने को तैयार नहीं
Ego Nwodim
Live from L.A.—where she escaped months of self-isolation in New York—the Saturday Night Live comedian talks about sneaking race into comedy and the digestive silver lining of quarantine.
Miracle As Kevin Escapes Hot Rod Plunge!
Funnyman Kevin Hart narrowly cheated death after his vintage muscle car plunged into a ravine in a late-night Malibu crash — but was left needing surgery for “major back injuries!”
Ellen & Portia's Fight Over Leaving Hollywood
The famous couple are arguing more than ever after the talk show host blindsides her wife.
Tiffany Haddish - Kidding Around
The comedian chats about her success, her plans for motherhood and her new show, kids say the darndest things
Cosby Prison Wedding Surprise!
Caged creep’s wife halts divorce, ready to renew vows
Naomi Watanabe Is Coming For America
The Japanese comedian, social-media star, and fashion designer turned a Beyoncé impression into an empire. Can her success translate?
68 Minutes With … David Brooks
The conservative columnist takes a look inside his soul. But what does he see?
Ellen & Portia's - Shocking $450 Million Divorce!
After plotting a split in secret for months, sources say Ellen DeGeneres is calling it quits on her marriage to Portia de Rossi.
Hart-sick Ellen Ready To Qut!
Shaken by backlash over urging Kevin to host Oscars
Convict Cosby Turns Prison Dr. Demento!
Former sitcom medic believes he’s real thing & diagnoses inmates’ illnesses & treatments