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बोपन्ना ने देश को किया गौरवान्वित
भारतीय स्टार रोहन बोपन्ना ने पहली बार आस्ट्रेलियन ओपन का ग्रैंड स्लैम जीतकर देश को गौरवान्वित कर दिया। बोपन्ना-एब्डेन ने इटली के सिमोन और एंड्रिया को 7-6, 7-5 से पराजित किया। इस जीत के साथ बोपन्ना ने युगल में ग्रैंड स्लैम जीतने सपने को पूरा कर लिया। यह उनके पेशवर करियर का युगल में पहला बड़ा खिताब है। इससे पहले पिछले साल बोपन्ना एब्डेन के साथ ही यूएस ओपन के उपविजेता रहे थे।
भारतीय संस्कृति में वसंत पंचमी का महत्व
वसंत पंचमी को पर्व के रूप में मनाए जाने के पीछे कई तरह की मान्यताएं हैं। ऐसा माना जाता है कि वसंत पंचमी के दिन ही देवी सरस्वती का अवतरण हुआ था। मान्यता है कि ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना करने के बाद मनुष्य की रचना की। इसके बाद उन्होंने अनुभव किया कि मनुष्य की रचना मात्र से ही सृष्टि की गति को संचालित नहीं किया जा सकता।
आत्मरक्षा की आड़ में 'नरसंहार' - वैश्विक निकाय बना मूकदर्शक, कहां मिलेगा न्याय?
मानवाधिकार, ऐसा संवेदनशील विषय है जिसका महत्व समूचे विश्व के प्रत्येक देश के नागरिकों के लिए एकसमान है, परंतु दुर्भाग्य से वैश्विक शक्तियों ने इस महत्वपूर्ण मुद्दे को राजनीतिक हथकंडे के रूप में अपनाने का काम किया है। निष्पक्ष न होकर प्रभावशाली देशों ने मानवाधिकारों के उल्लंघन पर हमेशा पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया है। परिणास्वरूप, मानवाधिकार उल्लंघन की सीमा आज स्वतंत्रता छीनने से भी आगे बढ़कर नरसंहार तक पहुंच गई है।
हेमंत की गिरफ्तारी से 'इंडिया' पर आफत, एनडीए में राहत
इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगते रहे हैं और अब झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अब भ्रष्टाचार के मामले में फंस चुके हैं। नौबत यहां तक आ गयी कि उन्हें ईडी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। एक के बाद एक सहयोगी दलों के फंसने से इंडिया गठबंधन की मुसीबत बढ़ गयी है, वहीं एनडीए ने राहत की सांस ली है।
चौवालीस साल के सशस्त्र संघर्ष का हुआ अंत
अल्फा हुआ अतीत, जातीय विकास मंच के जरिए करेंगे विकास
'पलटीमार' फिर भी नीतीश सरकार
यह पहली बार नहीं है, जब नीतीश कुमार ने ऐसा किया। इससे पहले वे 2013 में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से अलग हुए थे। तब उन्होंने भाजपा की ओर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने पर यह निर्णय लिया था। भाजपा के साथ चल रही सरकार से अलग होने के बाद कांग्रेस, सीपीआइ व निर्दलीय के भरोसे अपनी सरकार बचाई थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को महज दो सीटें मिलने पर पद छोड़ जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया था। कुछ महीने बाद ही उन्हें हटा दोबारा सीएम बन गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ छोटा कद, बड़ा रुतबा
एक हिंदू नेता के रूप में योगी का बढ़ता कद, एक प्रशासक के रूप में उनकी सख्त छवि और उनका सर्वव्यापी करिश्मा 2024 के लोकसभा चुनावों में न केवल यूपी, बल्कि और राज्यों में भी भाजपा के लिए शानदार जीत सुनिश्चित करेगा। चुनाव प्रचार के लिए मोदी के बाद योगी की ही सबसे अधिक मांग होती है। यह विपक्ष के नेता भी स्वीकार करते हैं कि योगी ने उनके लिए यूपी की राह मुश्किल कर दी है। योगी 80 में 80 सीट जीतने के लिए मेहनत कर रहे हैं, जिससे फिर यह साबित हो जाएगा कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता यूपी से ही होकर जाता है।
मायावती ने 'बड़ों' का साथ ठुकराया 'छोटों' को अपनाया
बसपा भले ही इस बार अकेले ही चुनाव मैदान में उतर रही हो, लेकिन बसपा प्रमुख ने यह भी कहा है कि चुनाव बाद अपनी शर्तों पर सरकार में शामिल हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए बसपा अपनी रणनीति भी तैयार कर रही है। उसकी कोशिश है कि मजबूत सीटो पर फोकस कर लिया जाए तो प्रदर्शन बेहतर हो सकता है। बसपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती वो सीटिंग सीटें हैं, जहां वह पिछली बार चुनाव जीती थी। इसमें से वह यदि कुछ सीटें भी जीत लेती हैं तो चुनाव बाद सियासी सौदेबाजी की उनकी ताकत बढ़ जायेगी।
राममय हुआ भारत
अयोध्या और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मध्य 135 किमी का फासला है। इस लम्बे मार्ग के किनारे-किनारे श्रद्धालुओं की भीड़ 'जय श्रीराम' का नारा लगा रही थी। सबके चेहरे पर उल्लास और उत्साह। सब आनंदित और सब प्रसन्न। देश और विदेश के तमाम क्षेत्रों में भी अपने-अपने ढंग से उल्लास व्यक्त करने वालों की भीड़ आश्चर्यजनक थी।
देवभूमि उत्तराखंड का श्रीराम से गहरा नाता
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर शासन ने कुमाऊं क्षेत्र में स्थित पवलगढ़ कंजर्वेशन रिजर्व का नाम बदलकर सीतावनी कंजर्वेशन रिजर्व करने की अधिसूचना जारी कर दी है। यह क्षेत्र महर्षि वाल्मीकि, माता सीता और लव-कुश से जुड़ा माना जाता है। वहां स्थित मंदिर की देखरेख का जिम्मा पुरातत्व विभाग के पास है। धामी सरकार ऐसी पहली सरकार है, जिसने किसी संरक्षित क्षेत्र का नामकरण माता सीता के नाम पर किया है।