नपाई में घट-बढ़ तो होती ही है। नापते समय कितनी सावधानी बरत रहे हैं यह तो महत्वपूर्ण है ही। लेकिन मापने वाले उपकरणों में भी कुछ खामियाँ होती हैं। अलग-अलग स्केलों से या उपकरणों से नापने पर भी फर्क आ सकता है। यही वजह है कि अगर चीज़ों का सही-सही नाप लेना हो तो बहुत सावधानी के साथ कई बार नाप लिए जाते हैं और उनका औसत नाप निकाला जाता है। इसके बाद ही यह अन्दाज़ा लगाया जाता है कि वास्तविक माप औसत माप के आसपास कहीं है। और हमने जो सबसे बड़े व छोटे माप निकाले हैं यह उनके बीच कहीं है। जैसे कि ऊपर के उदाहरण में हम कह सकते हैं कि कील का सही नाप 3.7 सेंटीमीटर और 3.8 सेंटीमीटर के बीच में तो है ही।
अब हम आते हैं समुद्र की तटरेखा की लम्बाई पर। इसके लिए भारत का मानचित्र लेते हैं। तुमने शायद एक घुमावदार लाइन की लम्बाई नापने का तरीका सीखा होगा। किसी धागे या डोर को घुमावदार लाइन के पहले सिरे से लेकर आखिरी सिरे तक के सारे मोड़ों से होते हुए सटाकर रख दो। फिर धागे को सीधा करो और उसे स्केल से नाप लो।
Continue reading your story on the app
Continue reading your story in the magazine
सफेद गुब्बारे
अचानक से गुब्बारे मेरे चारों ओर मँडराने लगे! दूध जैसे रंग के, नुकीले, मेरे शरीर से भी बड़े। एक गुब्बारा मेरे मुँह में घुस गया। एक-एक करके वो मेरे मुँह में घुसे जा रहे थे। मैं चिल्लाना चाहता था। पर गला गुब्बारों से ठसाठस भर गया। उनकी नोक कई पिनों जैसी चुभ रही थीं।
पृथ्वी पर कुल कितने टी. रेक्स थे?
एक अनुमान है कि क्रेटेशियस काल के दौरान किसी एक समय में लगभग 20,000 टी. रेक्स पृथ्वी पर जीवित थे। यानी किसी एक समय में मध्य प्रदेश के बराबर क्षेत्र में लगभग 3,390 टी. रेक्स घूमते थे।
माल्टे वाले बीड़ा जी
पहली कहानी
नन्हा राजकुमार
लेखक को बचपन में बड़ों ने चित्र बनाने से हतोत्साहित किया तो वह पायलट बन बैठा। अपनी एक यात्रा के दौरान उसे रेगिस्तान में जहाज़ उतारना पड़ा। वहाँ उसकी भेंट एक छोटे-से राजकुमार से हुई। और फिर परिचय का सिलसिला शुरू हुआ। राजकुमार ने बताया कि वह एक छोटे-से ग्रह का निवासी है। राजकुमार ने अपने ग्रह के बारे में और बहुत-सी विचित्र बातें बताईं। अब आगे...
छोटी-सी फरमाइश
तालाबन्दी में बचपन
चालीस अलग-अलग फलों वाला एक पेड़
एक कलाकृति
मध्याह्न कब होता है?
लोकल नून पता करने के तीन तरीके
नन्हा राजकुमार
अब तक तुमने पढ़ा... लेखक को बचपन में बड़ों ने चित्र बनाने से हतोत्साहित किया तो वह पायलट बन बैठा। अपनी एक यात्रा के दौरान उसे रेगिस्तान में जहाज़ उतारना पड़ा। वहाँ उसकी भेंट एक नन्हे राजकुमार से हुई, जो किसी दूसरे ग्रह का निवासी है। राजकुमार ने लेखक को अपने ग्रह के बारे में बहुत-सी विचित्र बातें बताईं। आकाश से विचरते हुए उसने कुछ अलग-अलग ग्रहों में जाने के बारे में सोचा। पहले ग्रह में उसकी मुलाकात एक ऐसे राजा से हुई जो उस ग्रह पर अकेले रहता था। अब आगे....
मकड़ी का जाला
मकड़ी की बुनाई पर तितली को बड़ा फख था। “किसका होगा ऐसा घर! इतना महीन! पारदर्शी! उस पार पूरी दुनिया देखी जा सके। न ज़मीन, न आसमान। हवा के बीचोंबीच झूलता।”
तकिए में सुरक्षित ड्रेस
तालाबन्दी में बचपन