मधुमक्खी संबंधी साज-सामान के विकास के लिए उन्नीसवीं सदी बहुत महत्वपूर्ण थी। इस सदी में साज-सामान पर अनेक आविष्कार हुए। वर्ष 1851 में लैंगस्ट्राथ नामक पालक ने पता लगाया कि मधुमक्खी अपने छतों के बीच 8 मिलीमीटर की दूरी रखती है। इस खोज के आधार पर ही मुक्त फ्रेम वाली पेटिका बनी। उसके बाद 1857 में महरिंग ने छता आधार परत को फ्रेम में लगाने की ऐसी विधि का पता लगाया जिससे छते टूटे नहीं। वर्ष 1882 में कौलिन ने रानी अवरोधक जाली की खोज की। प्रथम महायुद्ध तक अनेक प्रकार के फ्रेम बनाए जाने लगे थे। लेकिन उस समय लैंगस्टाथ मधु पेटिका सबसे अधिक उपयोग में लाई जाती थी।
भारत में सर्वप्रथम वर्ष 1912 के आसपास न्यूटन नामक पादरी ने छोटी सी मधु पेटिका बनाई जो उसी के नाम से आज भी व्यावहारिक रूप से प्रचलित है। इसके साथ-साथ लैंगस्ट्राथ तथा ब्रिटिश स्टैंडर्ड मधु पेटिकाओं का भी उपयोग भारत के पर्वतीय भागों में किया जाने लगा। उसके बाद ज्योलीकोट नामक पेटिका का निर्माण किया गया। यह न्यूटन तथा लैंगस्ट्राथ के मध्य आकार वाली पेटिका है। कीटविज्ञान संभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान, नई दिल्ली ने इन तीनों प्रकार की पेटिकाओं का तुलनात्मक अध्ययन किया और अंत में यह निष्कर्ष निकला कि भारतीय मधुमक्खी के लिए लैगस्ट्राथ पेटिका बहुत बड़ी तथा न्यूटन पेटिका छोटी है। प्रथम पेटिका इतनी बड़ी है कि इसका सुपर चैंबर कभी भी मधुमक्खी से नहीं भरता है और न्यूटन पेटिका इतनी छोट है कि इसमें सक्रिय मौसम में मधुमक्खियों के लिए जगह की कमी हो जाती है। भारतीय मधुमक्खियों में अधिक स्थान परिवर्तन करने (स्वामिंग) के अनेक कारणों में से एक कारण न्यूटन पेटिका भी है। अतः उपरोक्त बातों को ध्यान में रखते हुए यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है। हमारे देश में मधुमक्खियों के लिये ज्योलीकोट मधु पेटिका सबसे उपयोगी है।
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किसानी मसलों का शाश्वत समाधान कैसे हो?
आज के भारतीय किसान संघर्ष ने दुनिया के इतिहास में विलक्षण तारीख लिख दी है। सरकार जितनी जोर के साथ इस संघर्ष को कुचलने का प्रयत्न कर रही है, इस संघर्ष की पकड़ उससे भी ज्यादा मजबूत होती जा रही है।
किसान आंदोलन निर्णय की प्रतीक्षा में...
भारत सरकार ने इस वर्ष किसानों के नाम पर तीन कानून लागू किये हैं। पहला किसान सुशक्तिकरण और संरक्षण कीमत असवाशन और खेती सेवा समझौता कानून, दूसरा किसान उत्पादन व्यापार और व्यापार प्रोत्साहन और सुविधा कानून और तीसरा जरूरी वस्तु (संशोधन) अध्यादेश ।
गोभी वर्गीय फसलों में घातक काला सड़न (ब्लैक रोट) रोग व रोकथाम
पौधों की पत्तियों पर अंग्रेजी के अक्षर वी के आकार के हरितहीन, मुरझाए हुए धब्बे बनने शुरू होते हैं, जो बाद में पूरी पत्ती पर फैल जाते हैं। इस तरह से पत्ती एक और के किनारे से सूखना और मुड़ना आरंभ कर देती है और बाद में सूखकर मर जाती है। पत्तियों की नसें अंदर से काली पड़ जाती हैं। पौधों के तनों के अंदर भी काले रंग का द्रव्य दिखाई पड़ता है जो कि संक्रमण का कारण बनता है।
आखिर क्यों है खेती कानूनों को लेकर किसानों का विरोध?
इन दिनों में किसान खेती कानूनों के विरूद्ध लड़ाई लड़ रहा है, जो उसके अस्तित्व के लिए खतरा बन रहे हैं और जिन्होंने उसको शारीरिक, आर्थिक और भावनात्मिक तौर पर प्रभावित किया है।
पशुपालक की जागरूकता समय की आवश्यकता
पशुपालक गलती करके पीड़ित पशु के मुंह में हाथ डाल बैठते हैं, जिससे वो रेबीज से पीड़ित हो जाते हैं। कुछ पशुओं में पशु धरती पर पांव मार मार के गिरने लगते हैं तथा बेकाबू हो जाते हैं। कुछ पशुओं में अधरंग हो जाता है तथा पशु की मौत भी हो जाती है।
डेयरी पशुओं को खरीदते समय प्रजनन जांच जरूरी क्यों?
कई बार तो ऐसी स्थिति हो जाती है कि पशुपालक मंडी में से पशु को गाभिन समझ कर खरीद कर ले आते हैं, घर में नए आए पशु के पोषण का उचित ध्यान भी रखा जाता है, प्रबंधन में कोई कमी नहीं रखी जाती, पर पशु ब्याहता नहीं है।
कृषि में साइट-विशिष्ट पोषक तत्व प्रबंधन का महत्व
किसान अकसर उर्वरक को एक दर एवं एक समय पर फसलों में डालते हैं जो कि उनकी फसल की जरूरतों के अनुरूप नहीं होता है साइटविशिष्ट पोषक तत्व प्रबंधन उन सिद्धांतों और दिशानिर्देशों को प्रदान करता है
संघर्ष 'अन्नदाता' के अधिकारों का...
संघर्ष 'अन्नदाता' के अधिकारों का...
किसान संघर्ष एक नये युग का आगाज
कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए शुरु हुआ किसान संघर्ष आज आंदोलन का एक रुप धार चुका है। युवक, बच्चे एवं बुजुर्ग काबिल-ए-तारीफ ढंग से दिल्ली में अपनी आवाज़ पहुंचाने में सफल हुए हैं।
कृषि अध्यादेश बनाम किसान
अंकित यादव (शोध छात्र), देवेन्द्र सिंह (असि. प्रो.), अंशुल सिंह (शोध छात्र), सत्यवीर सिंह (शोध छात्र ), चंद्रशेखर आजाद
A very Special Gift for Grandma
Mom says it’s Grandma’s birthday next week. Jack says he’s going to make her something out of LEGO® blocks. Does Grandma even like that stuff? I want to give her something she’ll like.
Region To Region
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YOGA & PEACE
DEEPAK CHOPRA speaks with DAAJI about the role Yoga has to play in bringing about world peace. This is an excerpt from their conversation broadcast on International Day of Peace, September 21, 2020. That documentary is available at https://heartfulness.org/en/international-day-of-peace/.
Create the habit of meditation
CHIRAG KULKARNI, Co-Founder and CMO of Medly Pharmacies in the USA, speaks with RISHIKA SHARMA about creating a regular meditation practice, so as to make it a habit. He also shares how meditation has benefited both his personal and professional life.
SHIA'S PRIVATE TEMPLE OF DOOM!
Indiana Jones gig derailed by abuse scandal
BUSINESS: APPLE POSITIONS iPHONE 12 AS A CORPORATE MUST-HAVE
Critics labeled the iPhone 12 Apple’s biggest leap forward in years, with analysts suggesting that the Cupertino company will shift close to 70 million units before the end of 2020. As if the iPhone 12 range wasn’t popular enough, Apple has announced a partnership with carrier Verizon to make iPhone the most compelling business smartphone, offering 5G on the go.
Let's Dish
"Food Raconteur” Ashok Nageshwaran wants to tell you a story.
THE MAKING OF A MODEL MINORITY
Indian Americans rarely stop to ask why our entrance into American society has been so rapid—or to consider what we have in common with other nonwhite Americans.
Interconnectedness
In 2017, DR. VANDANA SHIVA spoke with KIM HUGHES about the sacredness of the Earth, the work she has been doing to bring awareness and change in the field of sustainable agriculture, and the importance of understanding our interconnectedness with Nature, and how we can change the way we eat.
DIAMONDS - A Luxury Gem Steeped in Fact & Fable
The diamond is one fabled gemstone! For example, google “Hope Diamond” to see all the legends associated with just this one stone said to bring misfortune to its owners.