हरियाणा राज्य में लगभग 65-70% जनसंख्या गांवों में अपना गुजारा खेतीबाड़ी करके करती है। हरियाणा का किसान (खासकर दक्षिणी हरियाणा) बहुत मेहनत करता है लेकिन नई तकनीकी व ज्ञान के अभाव के कारण अधिक कमाई नहीं कर पाता। आज समय की मांग के अनुसार व घटते हुए जोत, साथसाथ बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण खेतीबाड़ी (परम्परागत) में बहुत अधिक बदलाव की आवश्यकता है। दक्षिणी हरियाणा में ज्यादातर किसान बाजरा, कपास, सरसों, गेहूं की फसलें उगाते हैं। इन फसलों में लागत अधिक लगने से किसानों को शुद्ध लाभ कम ही मिल पाता है।
अब मैं यहां एकीकृत कृषि प्रणाली की तकनीकी बारिकी से व्याख्या करने की कोशिश करूंगा। एकीकृत कृषि प्रणाली वह होती है जो कि एक ही छत के नीचे या एक ही खेत में सारी कृषि व्यवसायिक प्रणालियां चालित होती है। एकीकृत कृषि प्रणाली आज की मांग है, जो कि सभी किसान भाई जानते हैं कि एक या दो फसलों पर गुजारा नहीं हो सकता। यहां एक हैक्टेयर के हिसाब से एकीकृत कृषि प्रणाली का मॉडल तैयार करके किसानों को समझाया गया है कि, ये कितने ज्यादा मुनाफा दे सकता है।
एकीकृत कृषि प्रणाली में किसान भाई इस प्रकार से अपने खेत को बांट कर खेती कर सकता है:
फसलों में बाजरा, ग्वार, मूंग, कपास, सरसों, गेहूं, आदि की फसलें 1.8 हैक्टेयर जमीन में अपने हिसाब से लगा सकता है। इसी जमीन में किसान भाई किन्नू, अमरूद, नींबू, औषधीय फसलें भी कर सकता है। जब तक तीन साल का बाग न हो जाए तब तक किसान उसमें ये उपरोक्त फसलों को लगा सकता है। किसानों से अनुरोध किया जाता है कि मेहनत के साथ खेती करें तो कम मजदूरी में ज्यादा लाभ कमा सकते हैं। इसके पूरे खेत के किनारों पर नींबू के पेड़ लगाकर अधिक लाभ कमा सकता है।
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नये कृषि कानूनों की संवैधानिकता
केन्द्रीय सरकार ने कृषि से संबंधित तीन आर्डीनस राष्ट्रपति से जारी करवा दिये। बाद में इनकी जगह तीन नये कानून बना दिये। इन कानूनों का विरोध विश्व में सबसे बड़े आंदोलन का रुप धारण कर गया है। केन्द्रीय सरकार की ओर से इन कानूनों को बड़े कृषि सुधारों की ओर से प्रचार किया जा रहा है। सरकार का पक्ष है कि इन कानूनों के फलस्वरुप कृषि में बहुत प्रगति होगी और किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी।
जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक गंभीर समस्या
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अमरूद के रोग एवं उनकी रोकथाम
अमरूद के फल में विशेष रूप से विटामिन ए और सी पाया जाता है। यह फल पोटाशियम, मैग्नीशियम व अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से अभिग्रहित है अथवा यह फल शरीर की रोग प्रतिरोध क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह फल फसल बहुत कम देखभाल से भी आसानी से लग जाता है। परन्तु अमरूद में होने वाली बीमारियां इसे बहुत प्रभावित करती हैं व इसकी उपज को भी कम करती हैं।
मेथी में पौध संरक्षण
बीजीय मसालों में मेथी का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसकी हरी व सूखी पत्तियां सब्जी बनाने के लिए प्रयोग की जाती है। इसके बीज सब्जी व आचार में मसाले के रूप में प्रयोग किये जाते हैं।
प्रमाणित बीज कृषक आय दोगुनी करने की नई विद्या
भारतीय अर्थ व्यवस्था खेती पर निर्भर है और खेती किसान पर। किसान तपतपाती गर्मी तथा हाडतोड़ सर्दी में अपनी तथा अपने परिवार की परवाह न करते हुए देश की 135 कोटी जनता को अन्न, रोटी, कपड़ा, तेल तथा अन्य खाद्य सामग्री जुटाता है परंतु दूसरों का जीवन सुधारने में उसका जीवन स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है।
प्याज व लहसुन में कीट और रोग प्रबंधन
प्याज व लहसुन कंद समूह की मुख्य रूप से दो ऐसी फसलें हैं जिनका सब्जियों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान है।
भारत के दुधारू पशुओं को शिकार बना रही है एक घातक महामारी
इसका देश पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा, जहां अधिकांश डेयरी किसान या तो भूमिहीन हैं या सीमांत भूमिधारक हैं और उनके लिए दूध सबसे सस्ते प्रोटीन स्रोत में से एक है।
किसान आंदोलन गांधीवादी सत्याग्रह की अद्भुत मिसाल
गणतंत्र-दिवस, गनतंत्रदिवस में भी बदल सकता है। किसानों ने अभी तक गांधीवादी सत्याग्रह की अद्भुत मिसाल पेश की है और अब भी वे अपनी नाराजगी को काबू में रखेंगे लेकिन सरकार से भी अविलंब पहल की अपेक्षा है।
कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ का गठन हो
सुप्रीम कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में कहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था अगले आदेश तक जारी रहेगी। जय जवान जय किसान' को साकार रूप देने वाले लाल बहादुर शास्त्री ने 55 वर्ष पहले न्यूनतम समर्थन मूल्य की शुरूआत की थी। इन कानूनों में एम.एस.पी. का कोई जिक्र नहीं होने के बावजूद सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश में इसे लागू करने का आदेश देकर जजों ने बर्र के छत्ते को छेड़ा है।
कितना झेल पाएगी दिल्ली ?
नागरिक अधिकारों की रक्षा का सजग प्रहरी सर्वोच्च न्यायालय इतने दिनों से मौन क्यों है? शाहीनबाग वाले घेराव पर देर-सवेर न्यायिक निर्देश दिया था कि नागरिक के आवाजाही के मूलाधिकार को अक्षुण्ण रखा जाए। इस बार? इतना तो स्पष्ट है कि राष्ट्रीय राजधानी को पंगु बनाने की साजिश भारतप्रेमियों द्वारा नहीं हो सकती।
Beyond Organic: Buy Regenerative!
Improving soil health is an overlooked key for nutrient-dense food and a healthier planet. We can support farming that has this focus through the products we purchase.
A Good Egg
For building a kinder, more sustainable hen-laying ecosystem.
Smart Farming: The Growing Role of Precision Agriculture and Biotech
Efficiency and sustainabiility go hand-in-hand, with an added bonus: farmers improve crop yields
Prairie Dogs
A traditionally low-end meat gets the gourmet treatment at this McClain County ranch.
किसानों को फसल बेचने के नये विकल्प मिलने चाहिए : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को किसानों को फसल बेचने के लिए नये विकल्प उपलब्ध कराये जाने पर जोर देते हुये कहा कि उन्हें (किसानों को) बेहतर मूल्य मिले इसके लिए कृषि उपज के मूल्य वर्धन और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में क्रांति लाने की जरूरत है।
Farm Agitation Casts Shadow On Punjab's Budget Session
THE first day of the Budget session of Punjab Assembly got off to a stormy start on Monday in the backdrop of the ongoing farmers’ agitation against three new farm laws.
राजस्थान बजट: किसानों, सेहत पर जोर
70 साल के गहलोत का सबसे लंबा 2 घंटे 47 मिनट का बजट भाषण
कौट्रैक्ट फार्मिंग के नाम पर किसानों से ठगी
कृषि सुधार कानून में गड़बड़झाला
किसानों को आंदोलनजीवी और परजीवी की नई गालियां
नरेंद्र मोदी समर्थकों ने किसान आंदोलन को बदनाम व खत्म करने के लिए आंदोलनरत किसानों को खालिस्तान, चीन, पाकिस्तान समर्थक और न जाने क्याक्या कहा. संसद में प्रधानमंत्री मोदी ने तो अब आंदोलन का उपहास उड़ाते उन किसानों पर 'आंदोलनजीवी' और 'परजीवी' जैसे शब्दों से हमला कर दिया है.
तीनों कृषि कानून किसानों के लिए डेथ वारंट हैं : केजरीवाल
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में पश्चिमी उत्तर-प्रदेश के किसान नेताओं के साथ की बैठक