झारखंड में अगले साल लोकसभा और विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आदिवासी वोटों को लुभाने की सियासत तेज हो गई है। विपक्षी भाजपा ने संगठनात्मक फेरबदल के बाद आदिवासियों से जुड़े आयोजनों का सिलसिला तेज कर दिया है। बिरसा मुंडा के जन्मदिन और झारखंड के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उनके गांव खूंटी जिले के उलिहातु पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री उलिहातु से ही विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत करेंगे। गौरतलब है कि दो साल पहले भाजपा जनजाति मोर्चा की रांची में हुई राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में पारित प्रस्ताव के बाद केंद्रीय कैबिनेट ने बिरसा जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में पूरे देश में मनाने का फैसला किया था। पिछले साल बिरसा जयंती पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बिरसा के गांव गई थीं। भाजपा निचले स्तर पर जनजातीय चेहरों को भी पार्टी से जोड़ने की तैयारी में लगी है। यह देखकर सत्तारूढ़ झामुमो ने भी कसरत तेज कर दी है। बिरसा जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ‘आपके अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार’ योजना के नए चरण की शुरुआत करेंगे। हेमंत सरकार आदिवासियों के समेकित विकास के लिए ‘ट्राइबल डेवलपमेंट एटलस’ को भी आकार देने जा रही है। जनगणना में आदिवासियों के लिए अलग सरना धर्म कोड, स्थानीय नीति और ओबीसी आरक्षण का कार्ड केंद्र पर हमले का हथियार बना हुआ है। घर-घर जाकर झारखंड आंदोलनकारियों की पहचान की नई कवायद भी शुरू की गई है।
この記事は Outlook Hindi の November 27, 2023 版に掲載されています。
7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、8,500 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。
すでに購読者です ? サインイン
この記事は Outlook Hindi の November 27, 2023 版に掲載されています。
7 日間の Magzter GOLD 無料トライアルを開始して、何千もの厳選されたプレミアム ストーリー、8,500 以上の雑誌や新聞にアクセスしてください。
すでに購読者です? サインイン
जौनपुर
इतिहास की गोद में ऊंघता-सा एक शहर है, उत्तर प्रदेश का जौनपुर। पुराने शहरों के साथ अक्सर ऐसा होता है कि वे किसी मील के पत्थर से यू टर्न लें और सभ्यता की सामान्य दिशा से उल्टी दिशा में चल पड़ें।
समय की गति की परख
इस संग्रह का महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि कवि यहां अस्तित्ववाद के प्रश्नों से रूबरू होते हैं। निजी और वृहत्तर तौर पर जीवन को इस विमर्श के घेरे में लाकर कवि अस्तित्व से संबंधित प्रश्नों का उत्तर पाने का प्रयास करता है।
प्रकृति का सान्निध्य
वरिष्ठ कवयित्री सविता सिंह का नया संग्रह ‘वासना एक नदी का नाम है’ स्त्री-विमर्श को नई ऊंचाई पर ले जाता है।
आजाद तवायफ तराना
तवायफों पर आई नई वेबसीरीज हीरामंडी ने फिर कोठेवालियों और देवदासियों के साथ हिंदुस्तानी सिनेमा के रिश्तों की याद दिलाई
अगला द्रोण कौन
टीम इंडिया में अर्जुन तो बहुत, उन्हीं को संवारने के लिए एक ऐसे कोच की तलाश, जो टीम को तकनीकी-मानसिक मजबूती दे सके
ममता दीदी की दुखती रग
इस चुनाव में अपनी पार्टी के नेताओं का भ्रष्टाचार ही ममता की सबसे बड़ी चुनौती
हवा का रुख दोतरफा
ईडी की कार्रवाइयों और जनता के मुद्दों पर टिका है चुनाव
तीसरी बारी क्यों
विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार और संविधान बदलने तथा आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाकर देश की जनता को गुमराह नहीं कर सकता
क्या बदलाव होने वाला है?
इस बार उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में सवर्णों को अपने धर्म और वर्चस्व की चिंता दिख रही है, तो अवर्ण समाज के दिल को संविधान और लोकतंत्र का मुद्दा छू रहा
किस ओर बैठेगा जनादेश
बड़े राज्यों में कांटे के मुकाबले के मद्देनजर 4 जून को नतीजों के दिन ईवीएम से निकलने वाला जनादेश लगातार तीसरी बार एनडीए को गद्दी सौंपेगा या विपक्षी गठजोड़ 'इंडिया' के पक्ष में बदलाव की बानगी लिखेगा, यह लाख टके का सवाल देश की सियासत की अगली धारा तय करेगा