कोशिश गोल्ड - मुक्त
जितना पावन कैलाश मानसरोवर कमाई भी हो उतनी ही पवित्र
Dainik Bhaskar Chhatarpur
|September 14, 2025
आसानी से करोड़पति बना देने वाली जानी-मानी परंपराओं का त्याग कर अस्पताल चलाने वाले एक डॉक्टर को मैं जानता हूं। वे अपने क्षेत्र के एक अच्छे विशेषज्ञ हैं, साथ ही गहरे अध्ययनशील और अच्छे पाठक भी हैं।
एक बार वे मुझे अपने अस्पताल ले गए। वहां मैंने देखा कि कई बिस्तर खाली पड़े हैं। डॉक्टर चाहें तो उन बिस्तरों को भरने के लिए तरह-तरह के उपाय कर सकते थे, जैसा अक्सर होता है। तब शायद बिस्तर कम पड़ जाते। लेकिन उन्होंने अपने पेशे को बदनाम नहीं होने दिया। तपस्वी की तरह, पूरी साधुता के साथ वे अपना व्यवसाय चला रहे हैं। बिस्तर भले खाली थे, पर हर बिस्तर से ईमानदारी की सुगंध आ रही थी। बेशक, ये डॉक्टर भी कमाते हैं, पर इस डॉक्टर की कमाई कैलाश मानसरोवर की तरह पवित्र है। पवित्र कमाई यानी पवित्र जीवन और पवित्र जीवन यानी प्रभुमय जीवन। यह डॉक्टर साहब अपने जीवन को प्रभु को समर्पित कर जी रहे हैं।
हमारे समाज में ऐसी कोई परंपरा नहीं है, जिसमें प्रभुमय जीवन जीने वाला संसारी भी साधु कहलाए। इसलिए वे बिना किसी विशेष उपाधि के चुपचाप अपना धर्म निभा रहे हैं।
बुद्ध ने पवित्र कमाई के लिए शब्द दिया है - सम्यक आजीव। जिसकी कमाई गंदी हो, वह चाहे लाख बार मंदिर चला जाए, प्रभु से दूर ही रहेगा।
यह कहानी Dainik Bhaskar Chhatarpur के September 14, 2025 संस्करण से ली गई है।
हजारों चुनिंदा प्रीमियम कहानियों और 10,000 से अधिक पत्रिकाओं और समाचार पत्रों तक पहुंचने के लिए मैगज़्टर गोल्ड की सदस्यता लें।
क्या आप पहले से ही ग्राहक हैं? साइन इन करें
Dainik Bhaskar Chhatarpur से और कहानियाँ
Dainik Bhaskar Chhatarpur
गॉल ब्लैडर की सर्जरी का नहीं किया स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने भुगतान
सालों पुरानी पॉलिसी होने के बाद भी बीमा कंपनी बीमितों को क्लेम नहीं दे रही है। यहां तक कि अनेक प्रकार की खामियां निकालकर उन्हें परेशान किया जा रहा है।
1 min
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
क्रेडिट स्कोर सुधरा तो लोन की ईएमआई घटेगी
रिजर्व बैंक ने एक नया नियम लागू किया है। इसके प्रावधानों के चलते लोन लेने वालों को अब ब्याज दरों में कटौती और बेहतर क्रेडिट स्कोर के फायदे पहले से कहीं अधिक तेजी से मिलेंगे। आपकी ईएमआई पहले की तुलना में तेजी से घट सकती है।
1 mins
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
उत्तराखंड; इंडस्ट्रीज से 44% कमाई हो रही, कर्ज भी कम
उत्तराखंड भारत का 27वां राज्य है, जो 9 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश के पहाड़ी और सीमान्त जिलों को मिलाकर बना। अलग राज्य की मांग की प्रमुख वजहें थीं- कम विकास, आर्थिक पिछड़ापन, सांस्कृतिकभौगोलिक अलगाव और स्थानीय प्रतिनिधित्व की कमी।
2 mins
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
ये सुशासन-विकास बनाम जंगलराज का चुनाव : शाह
बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में प्रचार के अब सिर्फ तीन दिन हैं।
1 min
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
'जादुई आविष्कार' सिनेमा में क्यों नहीं लग पाया था प्रेमचंद का मन?
'जिन हाथों में फिल्म की किस्मत है, वे बदकिस्मती से इसे इंडस्ट्री समझ बैठे हैं। इंडस्ट्री को न तो प्रयोग से वास्ता है और न ही सुधार से। वह तो एक्सप्लाइट करना जानती है और यहां इंसान के मुकद्दसतरीन (पवित्रतम) जज्बात को एक्सप्लाइट कर रही है।'
3 mins
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
क्रिकेट • एशेज के महीने में इंग्लैंड की खराब शुरुआत न्यूजीलैंड ने लगातार 10वीं घरेलू सीरीज जीती; इंग्लैंड क्लीन स्वीप
एशेज सीरीज के महीने की शुरुआत इंग्लैंड के लिए बेहद खराब रही है।
1 min
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
खूब मेहनत करें, लेकिन सबसे जरूरी यह है कि खुद से कभी झूठ मत बोलें
मेरा बचपन पंजाब रोडवेज की बसों के बीच बीता। पिता वहीं काम करते थे और मां घर संभालती थीं। हमारे हालात आसान नहीं थे। पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी। मेरे माता-पिता ने मुझे दो सबसे कीमती बातें सिखाईं... मेहनत और विनम्रता। यही वो चीजें हैं, जो मेरी जिंदगी की जड़ हैं। लुधियाना, ये शहर मेरे दिल के बहुत करीब है।
2 mins
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
पालक-पनीर सूप के साथ करें सर्दी का स्वागत
शी त ऋतु की दस्तक के साथ ही अब सूप के मौसम की भी आमद हो गई है। सूप अगर स्वादिष्ट के साथ पौष्टिक भी हो तो इसे पीने का मजा दोगुना हो जाता है। पालक, चुकंदर, मखाना और पनीर से बना यह सूप विटामिन्स, आयरन, कैल्शियम और पनीर से भरपूर है।
1 min
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
निर्णय लेने में मदद करने वाले 4 सुझाव
टालना ठीक नहीं...
2 mins
November 02, 2025
Dainik Bhaskar Chhatarpur
विशालकाय मंदिरों में आज भी सजीव है चोल राजवंश की महिमा
छ वर्ष पहले मणिरत्नम ने चोल साम्राज्य पर आधारित 'पोन्त्रियिन सेलवन' नामक दो फिल्में बनाई थीं। भव्य सेट, प्रभावशाली दृश्य और समीक्षकों की प्रशंसा के बावजूद अधिकांश गैर-तमिल दर्शक उनसे जुड़ नहीं पाए। कारण सरल था- वे चोलों के गौरवशाली इतिहास से अपरिचित थे। इसलिए दर्शकों का फिल्म से भावनात्मक जुड़ाव बहुत कम रहा।
2 mins
November 02, 2025
Listen
Translate
Change font size
