मुझे मेरा ईश्वर मिल गया
Rishi Prasad Hindi|July 2023
एक बार चैतन्य महाप्रभु ने अपने रघुनाथ नाम के भक्त से कहा : "तू चिंता मत कर, मेरी शरण में आ गया है तो मेरी कृपा से जरूर ईश्वर को उपलब्ध होगा।”
मुझे मेरा ईश्वर मिल गया

रघुनाथ हँसने लगे, बोले : "महाराज ! आप कैसी छलावे की बातें करते हैं ! आपकी कृपा से अब भी मुझे क्या कमी है? आप कौन-से ईश्वर की बात कह रहे हैं ? आप कौन-से ईश्वर से मिला देंगे मुझे? जिसको मिलना हो आप उसे ईश्वर- उश्वर से मिलाते रहिये। मुझे तो मेरा ईश्वर मिल गया। आप ही मेरे ईश्वर हैं।"

चैतन्य महाप्रभु ने रघुनाथजी को अपने हृदय से लगा लिया और उनके अंतस् में आत्मज्ञान की ज्योति जग गयी। 

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