क्या ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा कारगर हो पाएगा? क्या बाजार की चाल प्रभावित होगी?
बाजारों में सरकार और मौजूदा सुधारों की निरंतरता का असर मौजूदा कीमतों में दिखा है। लोकसभा में 400 से ज्यादा या कुछ कम सीटों के साथ भले ही सरकार बनी रहे, लेकिन मेरा मानना है कि जब तक सरकार की निरंतरता बनी रहेगी, इसका बाजार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बाजार की दीर्घावधि सेहत के लिए, सुधार की रफ्तार बनाए रखना जरूरी है। भारत ने बड़ी प्रगति की है और वह 10वीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था से बढ़कर तीसरे पायदान पर आना चाहता है। विश्व अर्थव्यवस्था में महज एक ‘कोच’ से विकसित होने के बाद, भारत अब ‘इंजन’ के रूप में मजबूत हुआ है। हालांकि, वृद्धि की इस राह को बनाए रखने के लिए निरंतर सुधारों की आवश्यकता है।
अगर, सुधारों व सरकार की निरंतरता में भरोसा है तो बाजारों में बेचैनी क्यों है?
Esta historia es de la edición May 13, 2024 de Business Standard - Hindi.
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दुनिया भर से आई मोदी को बधाई
लोक सभा चुनाव में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मिली जीत को लेकर विश्व के 50 से अधिक नेताओं ने निवर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। राजग को बहुमत मिलने के बाद मोदी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की ओर अग्रसर हैं।
बिहार को मिलेगी विशेष दर्जे की सौगात!
इस सप्ताह होने वाली राजग की बैठक को ध्यान में रखते हुए बिहार के लिए तैयार किया जा रहा है विशेष पैकेज
सरकार से उधारी में कटौती की उम्मीदें कम
एजेंडे में कोई बड़ा बदलाव नहीं होता है तो रुपये में नरमी बनी रह सकती है
वजूद के लिए जूझ रहे 5 दल
जैसे ही मंगलवार को चुनाव नतीजे आने शुरू हुए, नवीन पटनायक को अहसास हो गया था कि उन्हें दोतरफा हार का सामना करना पड़ सकता है। बीजू जनता दल (बीजद) ने 1997 में अपनी स्थापना के बाद पहली बार खुद की इतनी करारी हार देखी है। नवीन पटनायक की बीजद का एक भी सांसद नहीं चुना गया है।
म्युचुअल फंडों से एनबीएफसी को ज्यादा धन
एनबीएफसी द्वारा म्युचुअल फंडों से जुटाया गया धन अप्रैल 2024 में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 30 प्रतिशत बढ़कर 2.08 लाख करोड़ रुपये
नियामक की बीमा सीईओ से मुलाकात
बीमा सुगम, सभी जगह कैशलेस की होगी समीक्षा
मई में बढ़ी कोयले की ढुलाई
गर्मी की तपिश से कोयले की दुलाई बढ़ी, अन्य जिंसों की दुलाई स्थिर या कम
मई में सेवा क्षेत्र रहा पांच महीने में सबसे सुस्त
भारत में सेवा क्षेत्र की वृद्धि मई में पांच महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई। यह गिरावट घरेलू मांग कम होने के कारण आई। हालांकि निर्यात में इजाफा हुआ और नौकरियों का सृजन बेहतर हुआ है।
एसईजेड को मिल रही छूट पर लगेगा अंकुश!
केंद्र के प्रस्तावित केंद्रीय उत्पाद शुल्क विधेयक, 2024 के मुताबिक विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) में तैयार या विनिर्मित और भारत में किसी अन्य स्थान पर लाई गई उत्पाद शुल्क योग्य वस्तुओं को कर छूट नहीं दी जाएगी।
बदलाव के खुलासे के लिए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को छूट
समाप्त पंजीकरण वाले एफपीआई के लिए सेबी ने जारी किए नियम, कर सकेंगे भारत में निवेश की बिकवाली