तमिलनाडु की समृद्ध सांस्कृतिक एवं कलात्मक विरासत को प्रदेश में स्थित विभिन्न म्यूजियम के माध्यम से सहेजा गया है। जो भी म्यूजियम में दाखिल होता है, वह तमिलनाडु के गौरवशाली इतिहास की यात्रा पर निकल पड़ता है। चाहे वह रेलवे का इतिहास हो या पुरातत्व सर्वेक्षण से मिली बेशकीमती वस्तुएं, इन म्यूजियम में आश्चर्यजनक अनुभव होते हैं। इस लेख में तमिलनाडु के उन तमाम म्यूजियम को शामिल किया गया है, जिन्हें पर्यटकों को अपनी सूची में अवश्य रखना चाहिए।
चेन्नई रेल म्यूजियम
चेन्नई में स्थित भारतीय रेलवे का क्षेत्रीय रेल म्यूजियम, जो चेन्नई रेल म्यूजियम के नाम से लोकप्रिय है, रेल प्रशंसकों के लिए अद्भुत स्थान है। 360 स्क्वायर मीटर के क्षेत्र में फैले प्रदर्शनी स्थल में पुरातनकालीन रेलवे इंजन एवं रेल के डिब्बे पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। रेलवे की फोटो गैलरी में प्रदर्शित की जाने वाली ऐतिहासिक तस्वीरें, समृद्ध पृष्ठभूमि को रेखांकित करती हैं म्यूजियम में स्थित 5 भीतरी हिस्सों में भारतीय रेलवे के इतिहास को चित्रित करने वाली तस्वीरें लगी हैं। भारत का पहला भाप का इंजन "फेयरी क्वीन" दर्शकों को मंत्रमुग्ध करता है प्रिंस ऑफ वेल्स सलून वह लक्जरी ट्रेन है, जो ब्रिटेन के राजपरिवार की सेवा करती थी। रेलवे म्यूजियम के बाहरी हिस्से में लक्जरी ट्रेन के डिब्बे रेल प्रशंसकों को खुशी देते हैं। 1895 मॉडल का जॉन फाउलर भाप इंजन और 1860 मॉडल के डबल डेकर ट्रेन के डिब्बे आकर्षण का विशेष केंद्र हैं। आप रेलवे म्यूजियम में टॉय ट्रेन का आनंद भी ले सकते हैं।
प्रवेश का समय: सवेरे 10 बजे से शाम 6 बजे तक। सोमवार एवं सरकारी अवकाश के दिन बंद।
पता: आईसीएफ फर्निशिंग डिवीजन, न्यू अवदी रोड, विलिवक्कम, चेन्नई, तमिलनाडु पिनकोड - 600038
कीलाडी हेरिटेज म्यूजियम
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जौनपुर
इतिहास की गोद में ऊंघता-सा एक शहर है, उत्तर प्रदेश का जौनपुर। पुराने शहरों के साथ अक्सर ऐसा होता है कि वे किसी मील के पत्थर से यू टर्न लें और सभ्यता की सामान्य दिशा से उल्टी दिशा में चल पड़ें।
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