ज्यादातर लोगों का मानना है कि वे खाना खाते समय कैलोरी और भोजन की ज्या हैं, लेकिन जब वे स्नैक्स खाते हैं, तो सारा कंट्रोल गड़बड़ा जाता है। मोटे लोगों के मोटापे का सबसे बड़ा कारण उनकी खराब स्नैकिंग की आदत है। हेल्दी खाने के साथ अनहेल्दी स्नैक्स आपको मोटापे की सौगात दे सकता है। आप जो भी खाते हैं, वह मेटाबॉलिज्म के दौरान शरीर में ग्लूकोज बनाता है, जिससे शरीर को एनर्जी मिलती है। एक सामान्य रूप से स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में मौजूद ग्लूकोज जब पूरी तरह से इस्तेमाल हो जाता है, तो ब्लड शुगर लेवल गिर जाता है। इससे थकान, नींद और भूख महसूस होती है। इसे दूर करने के लिए जरूरी है कि हर 2 घंटे में कुछ हल्का-फुलका खाते रहें। सुबह के नाश्ते के दो घंटे बाद और लंच के कुछ घंटों बाद आपको ब्लड शुगर में सबसे ज्यादा ग्लूकोज की जरूरत होती है। ये दोनों ही समय आपके दिन के की मात्रा पर कंट्रोल कर लेते हाई एक्टिविटी जोन माने जाते हैं, जब शरीर में सबसे ज्यादा ऊर्जा की खपत होती है।
यों तो आपको जब भी थकान महसूस हो, काम में ध्यान लगाने में परेशानी हो, तो उस समय आपको लाइट स्नैक्स खा लेने चाहिए। पर आपको भूख और स्नैकिंग की इच्छा के फर्क को समझना चाहिए। अकसर हम बोरियत दूर करने के लिए हाई कैलोरी स्नैक्स खा लेते हैं, जिनसे मोटापा बढ़ता है। यह गलत है। सिर्फ भूख लगने पर ही कुछ खाने की आदत से भोजन शरीर में फैट के रूप में कभी जमा नहीं होता।
आइडियल स्नैकिंग क्या है
हर किसी के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि हमें एक बार में कितनी कैलोरीज लेनी है। स्नैक्स के रूप में एक बार में 150-200 तक कैलोरीज ही काफी हैं। इसमें 10 से 12 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 5-6 ग्राम प्रोटीन और 3-5 ग्राम फैट और ऑइल होने चाहिए, इसके लिए आप इनमें से कोई भी कॉम्बिनेशन ट्राई कर सकते हैं-
- एक कप चाय साथ में ब्राउन ब्रेड से बना सैंडविच । इसमें मेयोनीज या बटर के बजाय लो फैट चीज, हंग कर्ड या पीनट बटर की टॉपिंग लगाएं।
- एक गिलास छाछ के साथ पोहा या उपमा ।
- एक गिलास फ्रेश फ्रूट जूस, रोस्टेड नमकीन, भुने चने या भेल पूरी (मीठी चटनी के बिना)
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