प्रेम में डूबे आशिक कहते हैं कि जब उनकी नजरें प्रियतम से दो-चार होती हैं, तो उनके दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं। जवां होती बेटियों की मम्मियां कहती हैं, उनकी बेटी जब तक घर से बाहर रहती है, तो उनके दिल की धड़कनें बढ़ी रहती हैं। स्कूल-कॉलेज में पढ़नेवाले बच्चों की धड़कनों की रफ्तार उनकी परीक्षाएं बढ़ा देती हैं। क्रिकेट के शौकीन दर्शक मैच के आखिरी ओवर में दिल की धड़कनों को थाम कर बैठते हैं। जिंदगी में कुछ उम्मीद से ज्यादा अच्छा हो जाए, तो दिल बल्लियों उछलने लगता है। वहीं कुछ अनहोनी हो जाए, तो दिल डूब जाता है। कुछ कहानियां, घटनाएं दिल को छू लेती हैं, वहीं दिल टूटने के किस्से भी हजार हैं। हमारे त्योहार दिलों को जोड़ने का जरिया हैं, तो कुछ दहशतगर्दों की नापाक हरकतें दिलों में डर बैठा देती हैं। वैसे अपने फायदे के लिए जनता के दिलों के बीच दूरियां बढ़ाने में कुछ नेताओं का भी बड़ा हाथ है। कुछ लोग सुनहरी यादों को दिल में संजो कर रखते हैं, तो कुछ बड़े से बड़ा राज अपने दिल में छुपा कर रखने में माहिर होते हैं। किसी लाचार को देख कर दिल पसीज जाता है, तो दिल की आवाज हमें हमेशा कुछ अच्छा करने के लिए प्रेरित करती है। किसी को देख कर हमारा दिल मचल जाता है, तो कई बार दिल दहल भी जाता है। कुछ लोग बड़े दिलवाले होते हैं, तो काले दिलवाले भी आपको कभी ना कभी मिले ही होंगे। दिल देने-लेने के मामले तो इतने बहुतायत में हैं कि वेलेंटाइन बाबा ने उनके लिए साल में एक खास दिन भी मुकर्रर कर रखा है।
सीधे शब्दों में कहें, तो दिल और उसकी धड़कनें हमारी तमाम उठती-गिरती भावनाओं के तार से बंधी हैं। लेकिन किसी डॉक्टर से पूछें, तो वे यही कहेंगे कि दिल कुछ और नहीं, महज एक पंपिंग ऑर्गन है, जो खून को हमारे पूरे शरीर के हर हिस्से में पहुंचाने का काम करता है और जिसकी बदौलत हम जिंदा रहते हैं। भला यह भी कोई बात हुई ! हर इमोशंस के साथ दिल की धड़कनें कम या ज्यादा होती हैं, तो इसे सिर्फ खून पंप करनेवाला अंग मानने का दिल नहीं करता। लो जी, दिल के बारे में बात हो रही है, तो यहां भी दिल के मानने ना मानने की बात उठ ही गयी ! हो भी क्यों ना, दिल है ही इतना खास, इतना पाक ! और उसकी धड़कनों का जीवनदायी संगीत इतना मधुर, इतना सुकूनदेह कि कोई सुने बिना ना रह पाए !
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