राजेंद्र पाल गौतम मिली अंबेडकरवादी होने की सजा
Saras Salil - Hindi|November Second 2022
आम आदमी पार्टी के सीमापुरी विधायक और सामाजिक न्याय, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री रह चुके राजेंद्र पाल गौतम के एक कार्यक्रम के बाद विवाद उठ खड़ा हुआ और उन्हें 9 अक्तूबर, 2022 को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा.
रोहित
राजेंद्र पाल गौतम मिली अंबेडकरवादी होने की सजा

दरअसल, यह पूरा मामला 5 अक्तूबर, 2022 को तब शुरू हुआ, जब दिल्ली के करोलबाग में बने अंबेडकर भवन में 'बौद्ध धर्म में घर वापसी' कार्यक्रम आयोजित करने का एक वीडियो राजेंद्र पाल गौतम ने अपने एक सोशल पेज से शेयर किया था.

इस कार्यक्रम में बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की बौद्ध धर्म में धर्मांतरण करने की 22 शपथ दिलाई गई थीं, जिस पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा एतराज यह कहते हुए जताया था कि इस कार्यक्रम में हिंदू देवीदेवताओं का अनादर किया गया और विरोध के तौर पर आप पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल और विधायक राजेंद्र पाल गौतम के इस्तीफे की मांग की गई.

असल विवाद की जड़ यही थी कि जिन दलित पिछड़ों को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ महज अपना वोट बैंक समझ रहे हैं, वे हिंदू धर्म को ठोकर मार कर अपना धर्मांतरण करा रहे हैं. ऐसे में उन्हें मुफ्त के गुलाम और सत्ता दिलाने वाले वोट छिटकते दिखाई दे रहे थे.

पर यह बात बिना विचारधारा वाली आम आदमी पार्टी और राजनीति में फायदानुकसान देखने वाले पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के पल्ले नहीं पड़ी. इस का असर यह हुआ कि प्रधानमंत्री का सपना संजोए और सरकारी ऑफिसों में अंबेडकर की फोटो टंगवाने वाले अरविंद केजरीवाल अपने ही नेता की अंबेडकरवादी विचारधारा को झेल नहीं पाए और जो गलती थी ही नहीं, उसे गलती मान कर पार्टी ने बलि का बकरा बनने वाले राजेंद्र पाल गौतम से इस्तीफा ही दिलवा दिया.

अब यह समझ से बाहर है कि यह कैसी फायदेनुकसान की राजनीति है कि भ्रष्टाचार के आरोपों में लिप्त मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को बचाने के लिए तो पार्टी सड़क से ले कर सदन तक एड़ीचोटी का दम लगाते फिर रही है, पर अपने एक दलित नेता का धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर समर्थन करना तो दूर की बात चूं करने को भी तैयार नहीं.

कौन हैं राजेंद्र पाल गौतम

दिल्ली कैबिनेट में राजेंद्र पाल गौतम एकमात्र दलित मंत्री थे. वे राजनीति में आने से पहले पेशे से वकील थे. उन का जन्म दिल्ली के घोंडा इलाके में हुआ. 5 भाईबहनों में तीसरे नंबर के राजेंद्र पाल गौतम की पढ़ाई दिल्ली में ही हुई. उन के पिता दिल्ली में इनकम टैक्स डिपार्टमैंट में नौकरी करते थे.

Esta historia es de la edición November Second 2022 de Saras Salil - Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 8500 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición November Second 2022 de Saras Salil - Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 8500 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE SARAS SALIL - HINDIVer todo
भोजपुरी सिनेमा की टूटती जोड़ियां
Saras Salil - Hindi

भोजपुरी सिनेमा की टूटती जोड़ियां

भोजपुरी सिनेमा में यह बात जगजाहिर है कि हीरोइनों का कैरियर केवल भोजपुरी ऐक्टरों के बलबूते ही चलता रहा है, क्योंकि ज्यादातर मामलों में भोजपुरी के टौप ऐक्टरों के हिसाब से ही फिल्मों में हीरोइनों को कास्ट किया जाता है.

time-read
4 minutos  |
February Second 2023
गुंजन जोशी तो 'फाड़' निकले
Saras Salil - Hindi

गुंजन जोशी तो 'फाड़' निकले

\"दिल्ली के नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ऐक्टिंग की ट्रेनिंग ले कर आया तो था ऐक्टर बनने, पर बन गया फिल्म स्टोरी राइटर. इस फील्ड में भी मुझे दर्शकों और फिल्म इंडस्ट्री के लोगों का प्यार मिला, क्योंकि मेरा शौक एक आर्टिस्ट बनना ही था, जिस में राइटिंग, डायरैक्शन, ऐक्टिंग सब शामिल रहा है. मेरे आदर्श गुरुदत्त हैं, क्योंकि उन्होंने लेखन से ले कर अभिनय तक सब किया और दोनों में कामयाब रहे,\" यह कहना है गुंजन जोशी का.

time-read
3 minutos  |
February Second 2023
सैक्स रोगों की अनदेखी न करें
Saras Salil - Hindi

सैक्स रोगों की अनदेखी न करें

सैक्स से जुड़े रोग आदमी और औरत दोनों में सैक्स के प्रति अरुचि बढ़ाते हैं. इस के साथ ही ये शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह की परेशानियों को भी बढ़ाते हैं.

time-read
3 minutos  |
February Second 2023
एक थप्पड़ की कीमत
Saras Salil - Hindi

एक थप्पड़ की कीमत

वैसे तो रवि अपने एकलौते बेटे सोहम को प्यार करता था, पर जबतब उसे थप्पड़ भी मार देता था. एक दिन उस ने फिर वही सब दोहराया, लेकिन यह थप्पड़ उस पर ही भारी पड़ गया. लेकिन कैसे?

time-read
3 minutos  |
February Second 2023
वर्मा साहब गए पानी में
Saras Salil - Hindi

वर्मा साहब गए पानी में

वर्मा साहब की रिटायरमैंट गाजेबाजे के साथ हुई. घर पर दावत भी दी गई, पर उस के बाद उन की पत्नी ने ऐसा बम फोड़ा कि वर्मा साहब के कानों तले की जमीन खिसक गई...

time-read
5 minutos  |
February Second 2023
नाजायज संबंध औनलाइन ज्यादा महफूज
Saras Salil - Hindi

नाजायज संबंध औनलाइन ज्यादा महफूज

सदियों से मर्दऔरतों में नाजायज संबंध बनते आए हैं. अब तो इस तरह के एप आ गए हैं, जहां औनलाइन डेटिंग की जा सकती है. इसे एक सुरक्षित तरीका बताया जाता है. क्या वाकई में ऐसा है?

time-read
5 minutos  |
February Second 2023
कत्ल करने से पीछे नहीं हट रही पत्नियां
Saras Salil - Hindi

कत्ल करने से पीछे नहीं हट रही पत्नियां

एक पारिवारिक झगड़े के मसले पर फैसला देते हुए कोर्ट ने टिप्पणी की है कि \"बीते डेढ़ दशक में प्रेम प्रसंगों के चलते होने वाली हत्याओं की दर बढ़ी है, जिस से समाज पर बुरा असर पड़ा है. इस पर गंभीरता से विचार करना जरूरी है.'

time-read
5 minutos  |
February Second 2023
आसाराम का ढहता साम्राज्य
Saras Salil - Hindi

आसाराम का ढहता साम्राज्य

आसाराम के संदर्भ में आज का समय हमेशा याद रखने लायक हो गया है, क्योंकि धर्म के नाम पर अगर कोई यह समझेगा कि वह देश की जनता और कानून को ठेंगा बताता रहेगा, तो उस की हालत भी आसाराम बापू जैसी होनी तय है.

time-read
3 minutos  |
February Second 2023
अडाणीजी यह राष्ट्रवाद क्या है ?
Saras Salil - Hindi

अडाणीजी यह राष्ट्रवाद क्या है ?

जिस तरह भारत के बड़े रुपएपैसे वाले, चाहे अडाणी हों या अंबानी की जायदाद बढ़ती चली जा रही है और दुनिया के सब से बड़े पूंजीपतियों की गिनती में इन को शुमार किया जाने लगा है, उस से यह संकेत मिलने लगा था कि कहीं न कहीं तो दो और दो पांच है.

time-read
3 minutos  |
February Second 2023
सोशल मीडिया: 'पठान' के बहाने नफरती ट्रैंड का चलन
Saras Salil - Hindi

सोशल मीडिया: 'पठान' के बहाने नफरती ट्रैंड का चलन

सुनामी चाहे कोई समुद्र उगले या कोई फिल्म, ज्वार का जोश ठंडा होने पर ही पता चलता है कि तबाही किस हद तक की थी. कुछ ऐसा ही महसूस हुआ फिल्म 'पठान' को ले कर.

time-read
4 minutos  |
February Second 2023