Esta historia es de la edición February 24, 2020 de Outlook Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 8500 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición February 24, 2020 de Outlook Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 8500 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
अगला द्रोण कौन
टीम इंडिया में अर्जुन तो बहुत, उन्हीं को संवारने के लिए एक ऐसे कोच की तलाश, जो टीम को तकनीकी-मानसिक मजबूती दे सके
ममता दीदी की दुखती रग
इस चुनाव में अपनी पार्टी के नेताओं का भ्रष्टाचार ही ममता की सबसे बड़ी चुनौती
हवा का रुख दोतरफा
ईडी की कार्रवाइयों और जनता के मुद्दों पर टिका है चुनाव
तीसरी बारी क्यों
विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार और संविधान बदलने तथा आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाकर देश की जनता को गुमराह नहीं कर सकता
क्या बदलाव होने वाला है?
इस बार उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में सवर्णों को अपने धर्म और वर्चस्व की चिंता दिख रही है, तो अवर्ण समाज के दिल को संविधान और लोकतंत्र का मुद्दा छू रहा
किस ओर बैठेगा जनादेश
बड़े राज्यों में कांटे के मुकाबले के मद्देनजर 4 जून को नतीजों के दिन ईवीएम से निकलने वाला जनादेश लगातार तीसरी बार एनडीए को गद्दी सौंपेगा या विपक्षी गठजोड़ 'इंडिया' के पक्ष में बदलाव की बानगी लिखेगा, यह लाख टके का सवाल देश की सियासत की अगली धारा तय करेगा
मंडी के अलावा हम एकाध सीट और जीतेंगे
इस साल की शुरुआत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह 'सुक्खू' की चौदह महीने पुरानी सरकार भारतीय जनता पार्टी की तख्तापलट की कोशिशों के सामने बाल-बाल बच गई थी जब भाजपा ने बड़ी सफाई से राज्यसभा के चुनाव में सुक्खू के विधायकों से क्रॉस वोटिंग करवा लिया था। इस चक्कर में सत्तारूढ़ कांग्रेस अप्रत्याशित उठापटक का शिकार हो गई थी। युवा कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफे ने संकट को और बढ़ा दिया। पार्टी के भीतर चले सत्ता-संघर्ष के बीच मुख्यमंत्री सुक्खू ने गजब का धैर्य दिखाया और उन्होंने उत्तर भारत में कांग्रेस की इकलौती सरकार को अस्थिर करने की तमाम कोशिशों को धता बता दिया। अब लोकसभा चुनाव और छह विधानसभा सीटों पर हो रहा उपचुनाव उनके लिए लिए नई चुनौती है। आउटलुक के अश्वनी शर्मा ने राज्य में चुनावी परिदृश्य और उसके बाद की संभावनाओं पर उनसे बात की।
'चुनाव जनता और सरकार के बीच है'
हरियाणा में 2019 में सभी 10 लोकसभा सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार भी मोदी मैजिक के भरोसे है जबकि कांग्रेस को इस बार हरियाणा में बड़ा बदलाव दिख रहा है। कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि मैजिक के बजाय हरियाणा में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दे हैं जिनके आगे कोई मैजिक चलने वाला नहीं है इसलिए जनता ने भाजपा को चलता करने का मन बना लिया है। पार्टी की कमान इस बार पूरी तरह पूर्व मुख्यमंत्री तथा नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के हाथ है। 25 मई को हरियाणा में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही है? जनता कांग्रेस को वोट क्यों दे? ऐसे तमाम मसलों पर एसोसिएट एडिटर हरीश मानव ने चार बार के सांसद तथा पांच बार विधायक रहे हुड्डा से बातचीत की। प्रमुख अंश:
किसान, जवान, युवा कसौटी
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल से लेकर भाजपा के दिग्गज नेताओं को गांवों से लौटा रही जनता इस बार बदलाव के मूड में
दल बदलुओं का दलदल
हर दल से खड़े हुए दल बदलू उम्मीदवारों ने चुनाव को चौतरफा, दिलचस्प और अनिश्चित बना दिया है