Esta historia es de la edición June First 2020 de Mukta.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 8500 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición June First 2020 de Mukta.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 8500 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
डिजिटलीकरण के दौर में गायब हुए नुक्कड़ नाटक
एनएसडी और एफटीआईआई जैसे संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र भी अब बड़ेबड़े घरानों से आने लगे हैं. यहां सरकार का दखल भी बढ़ गया है. छात्र अब नुक्कड़ नाटकों में दिलचस्पी नहीं दिखाते.
क्यों हाइप पर हैं एंटीएस्टैब्लिशमेंट कंटैंट क्रिएटर्स
सोशल मीडिया पर सरकार का समर्थन करने वाले क्रिएटर्स से अधिक वे क्रिएटर्स देखे जा रहे हैं जो या तो सरकार की नीति का खुल कर विरोध कर रहे हैं या बैलेंस्ड कंटैंट दे रहे हैं. ध्रुव राठी, रवीश कुमार, आकाश बनर्जी, श्याम मीरा ऐसे तमाम नाम हैं जिन की व्यूअरशिप काफी है.
ब्यूटी स्टैंडर्ड ने फीकी की टौपर की चमक
प्राची निगम ने उत्तर प्रदेश में 10वीं की परीक्षा में टौप किया है. इतनी बड़ी अचीवमैंट के बावजूद उसे सोशल मीडिया पर ट्रोल होना पड़ा. वजह, उस के चेहरे पर आए अनचाहे बालों का होना है. बेरोजगारी और कुंठा झेल रहे युवा आखिर क्यों सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स बने फिर रहे हैं.
अनसोशल बनाता सोशल मीडिया
सोशल मीडिया की लत पूरी दुनिया को लील रही है. घंटों मोबाइल स्क्रीन पर समय बिताने से लोग कई समस्याओं से घिर रहे हैं. कई रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह डिप्रैशन का कारण भी बन रहा है. आभासी दुनिया से जोड़ने वाला सोशल मीडिया कैसे लोगों को अनसोशल बना रहा है, जानें.
क्यों नहीं चल पातीं क्वीर फिल्में
समलैंगिकता हमेशा से समाज में रही है, लोगों ने बस स्वीकार करने में देरी की है. सिनेमा भी उसी अनुरूप ढलता रहा. आज क्वीर फिल्में बनाई तो जा रही हैं पर दर्शकों में शर्म और झिझक के चलते ये फिल्में चल नहीं पातीं. जानिए आने वाले समय में क्या है क्वीर फिल्मों का भविष्य.
इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स
हमारे आसपास बहुत सारी चीजें ऐसी हैं जिन की बारीक जानकारी हमें पता नहीं होती. जानिए दिमाग घुमा देने वाले ऐसे इंट्रैस्टिंग फन फैक्ट्स जो हैरान कर देंगे.
आए और गए इन्फ्लुएंसर्स
आजकल देश की लंबी चौड़ी यूथ फोर्स सोशल मीडिया पर ऊलजलूल रील्स बनाने में इस चाह से लगी हुई है ताकि उन्हें जल्दी फेम और झटपट पैसे मिलना शुरू हो जाएं. पढ़ने और अपने कैरियर पर काम करने की उम्र में वे सोशल मीडिया में रील बनाने जैसे अनप्रोडक्टिव काम में लगे हुए हैं. चलो इसे कैरियर मान भी लें तो सोशल मीडिया पर लंबे समय तक अपना कैरियर बचाए रखना कितना संभव है? रील्स के इस समुंदर में इन्फ्लुएंसर्स की उम्र 6 महीने से ले कर 1 साल से अधिक नहीं है, कई इन्फ्लुएंसर्स हैं जो कब आए कब चले गए पता नहीं चला.
क्यों फेल हुआ बौडी पौजिटिविटी मूवमेंट
तकरीबन 13 वर्षों पहले सोशल मीडिया पर शुरू हुआ बौडी पॉजिटिविटी मूवमैंट 'मी टू' मूवमैंट की तरह दम तोड़ चुका है. हां, अब युवा खुद को ज्यादा एक्सपोज करते हैं. सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग कहती है कि लोगों की टैलिटी इस मामले में नहीं बदली है.
झमाझम सोशल मीडिया वायरल
सोशल मीडिया पर आएदिन कुछ न कुछ बवाल कटता ही रहता है, जो सुर्खियां बटोर जाता है. ऐसे ही कुछ बवाल चीजें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं.
स्टार किड्स लाइफस्टाइल
बौलीवुड में स्टार किड्स अपनी लाइफस्टाइल और सोशल मीडिया इन्ट्रैक्शन के लिए जाने जाते हैं. जानिए वे क्या कर रहे हैं.