Modern Kheti - Hindi - 15th April 2023Add to Favorites

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Organic Food

मूंगफली-सोया के उत्पादों की तकनीक सीफेट ने की विकसित

छीली हुई मूंगफली को कुछ देर के लिए हल्के गर्म पानी में भिगोया जाता है। इसके बाद मूंगफली को एक मशीन में डाला जाता है, जहां मूंगफली के ऊपर से लाल रंग वाला छिलका उतारा जाता है।

मूंगफली-सोया के उत्पादों की तकनीक सीफेट ने की विकसित

2 mins

विकास के सतत लक्ष्यों को हासिल करने के लिये जरूरी है टिकाऊ फूड वैल्यू चेन्स

फार्म्स और फर्म्स की पूरी श्रृंखला और उनकी सिलसिलेवार समन्वित मूल्य-स -संवर्द्धन गतिविधियां जो इस ढंग से तयशुदा कच्चा कृषि माल पैदा करती हैं और उन्हें तयशुदा खाद्य उत्पादों (जिन्हें अंतिम उपभोक्ताओं को बेचा जाता है और इस्तेमाल के बाद निपटा दिया जाता है) में बदलती हैं, ताकि शुरू से अंत तक मुनाफा हो, समाज को व्यापक रूप से फायदा मिले और प्राकृतिक संसाधनों का स्थायी क्षरण नहीं हो ... टिकाऊ फूड वैल्यू चेन की यह परिभाषा खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा दी गयी है।

विकास के सतत लक्ष्यों को हासिल करने के लिये जरूरी है टिकाऊ फूड वैल्यू चेन्स

2 mins

जलवायु परिवर्तन के कम हो सकता है 47 प्रतिशत चावल का उत्पादन

जलवायु परिवर्तन के कारण खेती को हो रहे नुकसान का मामला 21 मार्च 2023 को सदन में उठाया।

जलवायु परिवर्तन के कम हो सकता है 47 प्रतिशत चावल का उत्पादन

2 mins

वृक्षों के साथ-साथ होगी मशरूम की खेती

आबादी बढ़ने के साथ बढ़ती खाद्य जरूरतें कृषि पर तेजी से दबाव डाल रहीं हैं। इन जरूरतों को पूरा करने के लिए पहले से कहीं ज्यादा कृषि भूमि की मांग बढ़ रही है। नतीजन वनों का तेजी से विनाश किया जा रहा है। लेकिन हाल ही में वैज्ञानिकों ने इस समस्या का एक उपाय सुझाया है, जिसके अनुसार पेड़ों के साथ-साथ मशरूम की खेती न केवल लाखों लोगों को पेट भर सकती है साथ ही इसकी मदद से जलवायु परिवर्तन की समस्या को भी कम किया जा सकता है। देखा जाए तो यह मशरूम कार्बन को कैप्चर करने का भी काम करते हैं।

वृक्षों के साथ-साथ होगी मशरूम की खेती

2 mins

सैकिंडों में होगी दूध की क्वालिटी चैक

परीक्षण से यह पाया गया है कि इस विधि में दूध घटकों के बजाये अभिकर्मक केवल विशिष्ट मिलावट के साथ प्रक्रिया करते हैं। इसलिए, यह विश्लेषणात्मक उपकरण तरल खाद्य सुरक्षा की निगरानी में मदद कर सकता है।

सैकिंडों में होगी दूध की क्वालिटी चैक

2 mins

भारत में पहली बार गिर गाय का 'क्लोन' किया तैयार

गिर गाय, अन्य गाय की नस्लों के अपेक्षा, बहुत अधिक सहनशील होती है जो अत्यधिक तापमान व ठण्ड आसानी से सहन कर लेती है और विभिन्न ऊष्ण कटिबन्ध रोगों के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जानी जाती है। इसी कारण, हमारे यहां की देशी गायों का ब्राजील, अमेरिका, मैक्सिको, और वेनेजुएला में बहुत मांग हैं

भारत में पहली बार गिर गाय का 'क्लोन' किया तैयार

2 mins

एग्रीटेक स्टार्टअप से भारत होगा मजबूत

भारत में छोटे और मध्यम आकार के व्यवसाय सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों के वाहक हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी हैं। ये बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करते हैं।

एग्रीटेक स्टार्टअप से भारत होगा मजबूत

2 mins

प्रसिद्ध खरपतवार विज्ञानी स्टीफन मौस

स्टीफन मौस को उनके द्वारा अपनी टीम के साथ मिलकर रोथमस्टैंड में रजिस्टैंस टैस्ट विकसित करने के लिए दिया गया है। इस टैस्ट से खरपतवारों की खरपतवारनाशकों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता को नापा जा सकता है। इस तकनीक द्वारा खरपतवार पर खरपतवारनाशक के कम या अधिक प्रभाव को नापा जा सकता है।

प्रसिद्ध खरपतवार विज्ञानी स्टीफन मौस

2 mins

जलवायु परिवर्तन समझना आज के समय की जरूरत

जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षा अनियमित होने की सम्भावना है। भारत के काफी क्षेत्र में वर्षा आधारित कृषि की जाती है। यदि ऐसा हुआ तो इस सारे क्षेत्र में कृषि करना असंभव हो जाएगा। इस समय भी मानसूनी क्षेत्रों में या तो ज्यादा बारिश होने से बाढ़ आ रही है या बारिश न होने से सूखे जैसी हालात हो रही हैं।

जलवायु परिवर्तन समझना आज के समय की जरूरत

2 mins

पशुओं में खनिज मिश्रण का महत्व

खनिज मिश्रणों को बाजार से आसानी से खरीदा जा सकता है। यह अलग अलग कंपनी के अलग-अलग नाम से आते हैं उन्हीं के अनुसार इनकी कीमत भी होती है। अगर किसान इस मिश्रण को पशु के युवावस्था से पहले ही चारे में उन्हें प्रदान करें तो उनका सर्वांगीण विकास होता है

पशुओं में खनिज मिश्रण का महत्व

4 mins

जैविक भोजन की बढ़ती मांग....

कृषि में प्रयोग किये जाते रसायन के बुरे प्रभावों ने भिन्न-भिन्न देशों के कुछ उपभोक्ताओं की मानसिकता में बदलाव किया है और वे स्वास्थ्य के कारण अधिक मूल्य देकर जैविक पदार्थ उत्पाद खरीद रहे हैं। नीति निर्माता भी एक बढ़िया पर्यावरण निर्माण की कोशिशें करने के अलावा ग्रामीण अर्थव्यवस्था उत्पन्न करने एवं मिट्टी स्वास्थ्य की पुनः स्थापना के लिए जैविक कृषि को बढ़ावा दे रहे हैं।

जैविक भोजन की बढ़ती मांग....

4 mins

महाराष्ट्र में कृषि क्षेत्र में बढ़ता रोजगार

कोविड-19 महामारी के बाद के दौर में महाराष्ट्र में रोजगार की स्थिति में काफी सुधार दिखा है।

महाराष्ट्र में कृषि क्षेत्र में बढ़ता रोजगार

3 mins

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Modern Kheti - Hindi Magazine Description:

EditorMehram Publications

CategoríaBusiness

IdiomaHindi

FrecuenciaFortnightly

Modern Kheti, as the name indicates, relates to the modern agricultural techniques; conservative and cash crops, allied professions and farm machinery through training programs or upcoming events on a national and international level. Introduced in 1987, it is the leading and most widely read agriculture based magazine throughout Northern India. Punjab and Haryana, extensively known as the food grain basket of India, has in almost every household Modern Kheti, as it caters to every aspect of farming like growing of seasonal crops, their problems & solutions, conservative and cash crop farming. It also covers – fishery, poultry dairy, bee keeping, floriculture, horticulture etc. The main aim of Modern Kheti is to keep up the spirit of farming, bond different regions and help agriculture grow. It inspires the youth to take up agriculture as farming with a lot of emphasis on organic and profitable farming. It keeps in mind the health and prosperity of all i.e. taking mankind and nature together. It is published Fortnightly in Punjabi and Hindi and covers the whole of Punjab, Haryana, Rajasthan, Himachal Pradesh, Uttaranchal etc. It is undoubtedly one of the best mediums trying to provide healthy information.

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