Farm and Food - February First 2022Add to Favorites

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This issue talks about a range of topics from seeds to crops to post-harvest technology in a simple and easy to understand language, provides useful insights into farm machineries and marketing techniques too. Among various other features, you will find success stories, market analysis, technology tips and global trends in agricultural sector and its impact in agro-based industries and small businesses in India.

खेती में लाभकारी कृषि यंत्र

आज भी देश में कई जगहें ऐसी हैं, जहां पर खेती पारंपरिक तरीके से की जा रही है. इस वजह से ज्यादा मेहनत के साथसाथ समय भी ज्यादा ही लगता है और पैदावार उतनी नहीं मिलती जितनी मिलनी चाहिए. सरकार द्वारा भी कृषि यंत्रों की खरीद को आसान बनाने के लिए किसानों को अनुदान दिया जाता है.

खेती में लाभकारी कृषि यंत्र

1 min

इलैक्ट्रिक बैटरी वाला पावर टिलर

कृषि यंत्र बनाने की दिशा में सुकून सोल्यूशन कंपनी कृषि के ऐसे अनेक इलैक्ट्रिक यंत्र बना रही है, जो प्रदूषणरहित हैं. इन का इलैक्ट्रिक ट्रैक्टर भी है, जो सुकून कंपनी की पहचान बन चुका है.

इलैक्ट्रिक बैटरी वाला पावर टिलर

1 min

खेती में फायदेमंद जैविक उर्वरक

हमारे यहां खेती में रासायनिक खादों के लगातार व अंधाधुंध इस्तेमाल से जमीन व वातावरण पर बुरा असर पड़ रहा है. मिट्टी की उपजाऊ ताकत घटती जा रही है. साथ ही, पोषक तत्त्वों की कमी को पूरा करने के लिए व रासायनिक खादों के बुरे असर को कम करने के लिए जैविक उर्वरकों के प्रयोग से इस प्रदूषण को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

खेती में फायदेमंद जैविक उर्वरक

1 min

ऐसे पहचानें विदेशी व संकर नस्ल की गायों को

अपने देश में अलगअलग नस्ल की गाय पाली जाती हैं. इन गायों के दूध देने की क्षमता भी काफी अधिक है, परंतु पशुपालकों को विदेशी व संकर नस्ल की गायों की पहचान करना काफी टेढ़ी खीर साबित होता है, इसलिए यह जानना जरूरी है कि पशुपालक इन की पहचान कैसे करें.

ऐसे पहचानें विदेशी व संकर नस्ल की गायों को

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फरवरी महीने के खेती के खास काम

इस समय रबी की फसल का समय चल रहा है. इस की प्रमुख फसल गेहूं है. समय से बोई गई गेहूं की फसल में फरवरी में फूल लगने लगते हैं. इस दौरान खेत की सिंचाई हर हाल में कर देना जरूरी है. सिंचाई करते वक्त इस बात का खयाल रखें कि ज्यादा तेज हवाएं न चल रही हों, अगर हवा चल रही हो तो उस के थमने का इंतजार करें और मौसम ठीक होने पर ही खेत की सिंचाई करें. हवा के फर्राटे के बीच सिंचाई करने से पौधों के उखड़ने का पूरा खतरा रहता है.

फरवरी महीने के खेती के खास काम

1 min

खीरे की करें उन्नत खेती

खीरे का वानस्पतिक नाम 'कुकुमिस स्टीव्स' है. खीरे का मूल स्थान भारत है. यह एक बेल की तरह लटकने वाला पौधा है, जिस का प्रयोग सारे भारत में गरमियों में सब्जी के रूप में किया जाता है. खीरे को कच्चा, सलाद या सब्जियों के रूप में प्रयोग किया जाता है.

खीरे की करें उन्नत खेती

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'जीरो बजार' संरक्षण का पाठ पठा रही एक महिला शिक्षक

देशी बीजों, फलोंफूलों और पौधों के संरक्षण की लगातार बातें की जा रही हैं. इस के लिए पैसा भी खर्च किया जा रहा है. इस का नतीजा क्या होगा, यह तो भविष्य में पता चलेगा, लेकिन मध्य प्रदेश के एक जिले की एक ऐसी महिला शिक्षक हैं, जो किताबी जानकारी के साथसाथ फलों के बीजों के संरक्षण का पाठ पढ़ा रही हैं. उन की इस मुहिम में किसी भी तरह का पैसा खर्च नहीं हो रहा है. अब तक 2 फलों के बीजों के संरक्षण का बेजोड़ काम किया है, जिस पर 2 सरकारी विभाग मदद भी कर रहे हैं.

'जीरो बजार' संरक्षण का पाठ पठा रही एक महिला शिक्षक

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पूर्वांचल में ड्रैगनफ्रूट की खेती

9 वीं जमात तक की तालीम हासिल करने वाले गया प्रसाद ढाई एकड़ खेत में गेहूं, धान और सब्जियों के साथसाथ देशी गुलाब के फूल की खेती करते हैं, जो देवाशरीफ में नियमित रूप में देशी गुलाब सालभर 50 रुपए प्रति किलोग्राम की दर में घर से ही बिकता है. वे गुलाब जल भी बनाते हैं. सुगंधित गुलाब जल के लिए रानीसाहिबा और नूरजहां प्रजाति उपयुक्त हैं.

पूर्वांचल में ड्रैगनफ्रूट की खेती

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Farm and Food Magazine Description:

EditorDelhi Press

CategoríaFood & Beverage

IdiomaHindi

FrecuenciaFortnightly

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