सरकार ने डेटा सुरक्षा विधेयक का मसौदा तैयार करते समय बीच का रास्ता अपनाया है। इसमें सरकार का अत्यधिक नियंत्रण नहीं होगा और न ही बड़ी तकनीकी कंपनियों को पूरी तरह आजादी दी जाएगी। यह कहना है कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव का। सुरजीत दास गुप्ता और सौरभ लेले से बातचीत में वैष्णव ने विधेयक के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। प्रस्तुत है संक्षिप्त अंश :
डेटा स्थानीयकरण के सख्त रुख को बदलने के पीछे क्या वजह रही?
स्पष्ट तौर पर कहूं तो बहुत ज्यादा बदलाव नहीं किया गया है। अगर आपने पढ़ा होगा तो पिछले मसौदे में भी लचीले दृष्टिकोण को अनुमति दी गई थी। संशोधित मसौदे में हमने इसे अस्पष्ट बनाने के बजाए सरल बनाने का प्रयास किया है। कुछ देशों में सबकुछ सरकार के नियंत्रण में रहता है। कुछ देशों में बड़ी तकनीकी कंपनियों के हाथों में इसे छोड़ा गया है। भारत में हमने सार्वजनिक-निजी साझेदारी का मंच तैयार किया है जिसमें सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म शामिल हैं और निजी नवोन्मेषी सेवाएं प्रदान करने के लिए इन डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं।
किस आधार पर ऐसे देशों का निर्धारण किया जाएगा है जहां व्यक्तिगत डेटा के मुक्त प्रवाह की अनुमति होगी?
Diese Geschichte stammt aus der November 21, 2022-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der November 21, 2022-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
नामांकन में राजग सहयोगी रहे साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोक सभा चुनाव के लिए मंगलवार को वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया।
बिहार में भाजपा के स्तंभ थे सुशील मोदी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जैसे विशाल राजनीतिक संगठन में जगह बनाने के लिए कई प्रतिभाशाली लोग संघर्ष कर रहे हैं। संभव है कि कई नामी लोगों को वह जगह नहीं मिल पाए जिनके वे हकदार हो सकते हैं।
संपत्ति पीएम मोदी की में पहले से कम वृद्धि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संपत्ति बीते पांच वर्षों में केवल 3.6 प्रतिशत की वार्षिक चक्रवृद्धि दर से बढ़ी है। इससे पहले के कार्यकाल यानी 2014 से 2019 के बीच यह 10.6 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी।
चाबहार में 37 करोड़ डॉलर का निवेश होगा
ईरान के चाबहार बंदरगाह के संचालन के लिए भारत के 10 साल के द्विपक्षीय समझौते से करीब 37 करोड़ डॉलर का निवेश होने की उम्मीद है।
उम्मीद से सुस्त रह सकती है चाबहार में आवाजाही
यूरोप के साथ रूस की सीमा बंद होने और ईरान पर प्रतिबंध के कारण बंदरगाह का ध्यान मध्य एशिया पर
थोक महंगाई ने छू ली 13 माह की ऊंचाई
खाद्य वस्तुओं और ईंधन की कीमतों में तेजी का असर अप्रैल थोक महंगाई के आंकड़ों पर
नोवेलिस ने आईपीओ के लिए जमा कराया रजिस्ट्रेशन स्टेटमेंट
कंपनी अमेरिका में आईपीओ जून तक पूरा करना चाह रही है
बेंचमार्क सूचकांकों में तीसरे दिन बढ़त
बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी सूचकांकों में मंगलवार को तीसरे दिन बढ़त दर्ज हुई क्योंकि रिलायंस इंडस्ट्रीज और लार्सन ऐंड टुब्रो में हुए इजाफे से बैंकिंग दिग्गजों आईसीआईसीआई बैंक व ऐक्सिस बैंक के अलावा टीसीएस में आई गिरावट की भरपाई करने में मदद मिली।
तकनीकी खामियों पर दंड हो कम
एक्सचेंजों, एमआईआई ने किया सेबी से अनुरोध
भारत का स्मार्टफोन बाजार 11.5 प्रतिशत बढ़ा: आईडीसी
देश के स्मार्टफोन बाजार में वर्ष 24 की पहली तिमाही के दौरान 3.4 करोड़ स्मार्टफोन की बिक्री हुई। पिछले साल की तुलना में इसमें 11.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ, जिससे शिपमेंट में वृद्धि वाली यह लगातार ऐसी तीसरी तिमाही रही। इंटरनैशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के वर्ल्डवाइड क्वार्टरली मोबाइल फोन ट्रैकर में यह जानकारी दी गई है।