बॉलीवुड के साथ आम लोगों की जिंदगी भी तेजी से बदली है। विचारों में भिन्नता, ईगो जैसे कई मुद्दों पर पति-पत्नी की आपस में नहीं बनती और कई दंपती, जिन्होंने कभी साथ जीने-मरने की कसमें खायी थीं, अलग हो जाते हैं।
महाराष्ट्र के भूतपूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के मंझले बेटे अभिनेता रितेश देशमुख और उनकी पत्नी अभिनेत्री जेनेलिया देशमुख की शादी ने सफलतापूर्वक 10 वर्ष पूरे किए हैं। प्रस्तुत हैं रितेश देशमुख और जेनेलिया (डिसूजा) देशमुख से कम्पैटिबिलिटी पर हुई बातचीत के चंद अंश-
आप दोनों को अपनी पहली मुलाकात याद है?
रितेश: बिलकुल याद है मुझे ! जेनेलिया से मेरी पहली मुलाकात हैदराबाद एअरपोर्ट पर हुई थी । वह अपनी मम्मी जेनेट डिसूजा के साथ थी और मैं अकेला। मेरी उम्र कुछ 24-25 और जेनेलिया 16-17 वर्ष की थी। जब मैंने उसकी तरफ देख कर स्माइल दी, उसके चेहरे पर कोई स्माइल नहीं थी !
जेनेलिया: रुको रितेश, आगे मैं बताऊंगी। जब मुझे यह पता चला कि तुझे मेरी कसम फिल्म में मेरे अपोजिट महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख का बेटा रितेश देशमुख है, तो उससे मिले बिना मेरे मन में रितेश के बारे में एक कल्पना बन गयी। वे बिगड़ैल नवाबजादे होंगे। अपनी पॉलिटिकल पॉवर के बलबूते यह बंदा अकडू होगा। इसीलिए जैसे ही हमारी मुलाकात हैदराबाद एअरपोर्ट पर हुई, मैं रितेश को देख कर मुस्करा नहीं सकी... आज लगता है वह मेरा पूर्वाग्रह था !
आगे क्या हुआ, कहानी कैसे आगे बढ़ी?
जेनेलिया: रितेश ने मेरी मम्मी को नमस्ते कहा, खुद का परिचय दिया और मम्मी का लगेज उठाने में पूरी मदद की। एक-दो सप्ताहों में मुझे अहसास हुआ कि रितेश के बारे में मेरा अनुमान गलत है ! वे ना सिर्फ मेरी मम्मी से आदर के साथ पेश आते थे, बल्कि सेट पर मौजूद स्पॉट बॉय से भी सम्मान से व्यवहार करते थे। बहुत जल्द काम के सिलसिले में हमारी आपस में बात होने लगी, तो मैंने हमेशा रितेश को मृदुभाषी महसूस किया । रितेश के प्रति मेरे दिल में धीरे-धीरे सम्मान की भावना पैदा होने लगी।
Diese Geschichte stammt aus der February 2023-Ausgabe von Vanitha Hindi.
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