Diese Geschichte stammt aus der November 19, 2021-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der November 19, 2021-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
गोल्डमैन ने बढ़ाया वृद्धि का अनुमान
गोल्डमैन सैक्स ने कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि का अनुमान 10 आधार अंक बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया है। इसने अनुमान लगाया है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) चालू कैलेंडर वर्ष की चौथी तिमाही (चालू वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही) में ब्याज दर में कटौती करेगा।
चुनाव प्रचार में न हो एआई का उपयोग
अधिकांश भारतीय चुनाव प्रचार के लिए जेनरेटिव आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (जेन एआई) के उपयोग को भरोसेमंद नहीं मानते। उनका कहना है कि चुनाव अभियान के दौरान इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।
केजरीवाल ने किया अंतरिम जमानत बढ़ाने का अनुरोध
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में उनकी अंतरिम जमानत की अवधि को इस आधार पर सात दिन और बढ़ाए जाने का अनुरोध किया है कि उन्हें 'पैट-सीटी' समेत कुछ चिकित्सकीय जांच करानी हैं।
बॉन्ड योजना खत्म होने से चुनाव में बढ़ेगा काला धन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मानना है कि चुनावी बॉन्ड योजना है को रद्द करने के उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद इस लोक सभा चुनाव में काले धन का प्रभाव बढ़ेगा।
पंजाब में गूंज रहा पाक से व्यापार का मुद्दा
भाजपा समेत सभी दलों के प्रत्याशी कर रहे मतदाताओं से वादे, कारोबार शुरू कराने के लिए उठाएंगे आवाज
मॉनसून की दस्तक 31 को
उत्तर, मध्य व दक्षिण भारत में सामान्य से ऊपर और पूर्वोत्तर भारत में कम होगी बारिश, रेमल का दक्षिण पश्चिमी मॉनसून की प्रगति पर नहीं होगा कोई विपरीत असर
सरकार ने 25,500 करोड़ रुपये बचाए: वित्त मंत्री
हमारे बजटों में राजकोषीय समझ, पारदर्शिता और समावेश के गुण हैं
'रोजाना अच्छे बदलाव की उम्मीद बेमानी'
घरेलू और वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच, मुख्य सूचकांकों को ऊंचे स्तर पर बने रहने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसी अनिश्चितता के बीच निवेशकों को क्या करना चाहिए? डीएसपी म्युचुअल फंड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी कल्पेन पारेख ने एक ईमेल इंटरव्यू में पुनीत वाधवा को बताया कि लंबी अवधि के निवेशकों को सिर्फ वृहद कारकों में बदलाव के कारण अपने फंड पोर्टफोलियो में कोई भी बदलाव करने से परहेज करना चाहिए। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:
सेंसेक्स ने पहली बार लांघा 76,000 का स्तर
चुनाव को लेकर अनिश्चितता, एफपीआई की बिकवाली से उतारचढ़ाव में इजाफा
एआईएफ उद्योग को हो रही परेशानी
आंशिक चुकता यूनिट का मामला