"राजनीति में सब को पावर की भूख होती है"अक्षय ओबेरौय
Sarita|February First 2021
फिल्म 'इसी लाइफ में' से अभिनय के क्षेत्र में कदम रखने वाले अभिनेता अक्षय ओबेरौय को शुरू से अभिनय करने की इच्छा थी, जिस में साथ दिया उन के पेरेंट्स ने. विदेश से पढ़ाई कर वे मुंबई आए और पृथ्वी थिएटर जौइन कर अभिनय की बारीकियां सीखीं.
सोमा घोष
"राजनीति में सब को पावर की भूख होती है"अक्षय ओबेरौय

इस के बाद उन्हें कई फिल्मों व वैब सीरीज में काम मिला. उन की पत्नी ज्योति, जो उन के बचपन की प्रेमिका रही हैं, दोनों का एक बेटा अव्यान है. अक्षय ने हमेशा अलग और रुचिपूर्ण कहानियों को महत्त्व दिया और कामयाब रहे. वे सैल्फमेड स्टार हैं और खुद की मेहनत को प्रमुखता देते हैं. फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' में उन्होंने विलेन की भूमिका निभाई है.

Diese Geschichte stammt aus der February First 2021-Ausgabe von Sarita.

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फिल्मों में कैंसर लोगों को बीमारी के बारे में बताया या सिर्फ इसे भुनाया
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लाइलाज बीमारी कैंसर का हिंदी फिल्मों से ताल्लुक कोई 60 साल पुराना है. 1963 में सी वी श्रीधर निर्देशित राजकुमार, मीना कुमारी और राजेंद्र कुमार अभिनीत फिल्म 'दिल एक मंदिर' में सब से पहले कैंसर की भयावहता दिखाई गई थी लेकिन 'आनंद' के बाद कैंसर पर कई फिल्में बनीं जिन में से कुछ चलीं, कुछ नहीं भी चलीं जिन की अपनी वजहें भी थीं, मसलन निर्देशकों ने कैंसर को भुनाने की कोशिश ज्यादा की.

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April Second 2024
मोबाइल नंबर की अनिवार्यता
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आज मोबाइल हमारे जीवन का जरूरी अंग बना दिया गया है. हम चाह कर भी इस के बिना नहीं रह सकते. सभी चीजें औनलाइन कर दी गई हैं. कुछ काम तो सिर्फ औनलाइन तक ही सीमित रह गए हैं. ऐसे में एक गरीब को भी मोबाइल खरीदना जरूरी हो गया है.

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घर में बनाएं जिम
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जिम में जा कर ऐक्सरसाइज करने से अधिक सुविधाजनक यह है कि घर में ही अपना जिम बनाएं घर के जिम में आवश्यक ऐक्सरसाइज इक्विपमैंट ही रखें, जिस से कम बजट में इस को तैयार किया जा सके.

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अधेड़ उम्र में शादी पर सवाल कैसा
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आयु का इच्छाओं से कोई संबंध नहीं है. अगर आप अपने बलबूते पर, खुद के भरोसे 60 वर्ष की आयु में भी शरीर बनाना चाहते हैं, दुनिया की सैर करना चाहते हैं, किसी हसीना के साथ डेट पर जाना चाहते हैं या शादी करना चाहते हैं तो भई, इस पर सवाल कैसा?

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गरमी में भी सब्जियों और फलों को ऐसे रखें ताजा
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गरमी में सब्जियां, खासकर हरी सब्जियां, जल्दी खराब होती हैं. ऐसे में वे आसान तरीके जानिए जिन से सब्जियों को जल्दी खराब होने से बचाया जा सकता है.

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आजकल वौयस क्लोनिंग के जरिए महिलाओं को बेवकूफ बनाया जा रहा है. एआई की मदद से प्रेमी, भाई या किसी अन्य परिजन की आवाज में कौल कर पैसे ऐंठे जा रहे हैं जो डिजिटलीकरण की कमियां दिखा रहा है.

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पुरुषों के लिए बाइक चलाना सामान्य बात मानी जाती है मगर कोई महिला बाइक चलाए तो उसे हैरान नजरों से देखा जाता है.

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भारत में गुरु तो गुरु, उन की पादुकाएं तक पैसा कमाती हैं. इसे चमत्कार कहें या बेवकूफी, यह अपने देश में ही होना संभव है. धर्मगुरुओं ने प्रवचनों के जरिए लोगों में आज कूटकूट कर इतनी हीनता भर दी है कि वे मानसिक तौर पर अपाहिज हो कर रह गए हैं.

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