कंपनी ऋण चुका पाएगी या नहीं इसकी जांच
■ दूरसंचार कंपनी को ऋणों के जरिये करीब 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की जरूरत होगी
■ मार्च में वी के शेयरधारकों ने इक्विटी और ऋण दोनों के जरिये 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना को मंजूरी दी थी
■ वोडाफोन आइडिया की घटती बाजार भागीदारी से जुड़ी चिंताएं बरकरार हैं
वाणिज्यिक बैंक दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया (वी) को ऋण देने से पहले अगले 4-5 साल के लिए कंपनी की सभी देनदारियों और उनके पुनर्भुगतान कार्यक्रम पर विचार करेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र के एक बड़े बैंक के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार ऋणदाताओं को कर्ज के बारे में फैसला करने से पहले यह सुनिश्चित करना होगा कि दूरसंचार कंपनी ऋण चुकाने की स्थिति में होगी। कंपनी को ऋणों के जरिये करीब 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की जरूरत होगी।
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वाराणसी से तीसरी बार जीते मोदी
लोक सभा चुनाव में 10 अहम सीटें, जहां से दिग्गज नेताओं ने जीत दर्ज की
नतीजों से कुछ चकित, कुछ संतुष्ट
सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कड़े मुकाबले वाले नतीजे पर देश के विभिन्न प्रमुख शहरों के लोगों ने दी अपनी प्रतिक्रिया
स्पेक्ट्रम नीलामी एक बार फिर हुई स्थगित
स्पेक्ट्रम नीलामी को 20 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। अब यह 25 जून को होगी। दूरसंचार विभाग ने आज यह जानकारी दी।
लाभार्थी स्वामित्व मानक सुर्खियों में
लिंक्डइन टेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन मामले में कंपनी पंजीयक (आरओसी) द्वारा लाभार्थी स्वामित्व महत्वपूर्ण (एसबीओ) मानदंडों का उल्लंघन करने के मामले में एक फैसले ने संशोधित नियमों को सुर्खियों में ला दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि कई इकाइयों, खासकर बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) को ज्यादा सख्त जांच का सामना करना पड़ सकता है।
चुनाव नतीजे से डेरिवेटिव बाजार में खलबली
चुनाव नतीजे आने के बाद मंगलवार को विकल्प अनुबंधों की कीमतों में भारी हलचल रही। कारोबारियों के लिए लोक सभा चुनाव के नतीजे अप्रत्याशित रहे। कारोबार सत्र के दौरान कई अनुबंध की कीमतों में 10 गुना तक उतार-चढ़ाव हुआ।
पीएसयू व अदाणी के शेयरों पर चोट
निफ्टी पीएसई इंडेक्स ने 16.4 फीसदी का लगाया गोता लगाया, अदाणी समूह के मार्केट कैप में 3.6 लाख करोड़ रुपये की गिरावट
'आर्थिक सुधार, पीएलआई योजनाएं जारी रहनी चाहिए'
चुनाव के 'अप्रत्याशित' परिणामों के बावजूद भारतीय कंपनियों के मुख्य कार्य अधिकारियों (सीईओ) का अनुमान है कि नई सरकार आर्थिक सुधारों को जारी और नीतिगत निरंतरता बनाए रखेगी, भले ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को आम चुनावों में अनुमान से कम सीटें मिली हों। उद्योग जगत के अगुआ बुनियादी ढांचे में वृद्धि और उत्पादकता से जुड़ी योजनाओं के जरिये विनिर्माण को बढ़ावा देकर निरंतर आर्थिक विकास का आह्वान कर रहे हैं।
जनता की नजर में उद्धव की सेना ही असली शिवसेना
उत्तर प्रदेश के बाद सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्य महाराष्ट्र में लोकसभा चुनावों के परिणामों ने महायुति (राजग) की हालत खराब कर दी, वहीं इंडिया गठबंधन के लिए यह चुनाव अच्छे साबित हुए हैं।
ममता बनर्जी ने और भी मजबूत किया अपना किला
पश्चिमी बंगाल में बेहद कड़े मुकाबले में तृणमूल ने 29 सीटों पर बनाई बढ़त, केवल 12 सीट पर सिमटी भाजपा
उत्तर प्रदेश में 'इंडिया' ने रचा व्यूह और घिरती चली गई भाजपा
सबसे चौंकाने वाली हार अयोध्या (फैजाबाद) की रही है, जहां उसके दो बार के सांसद लल्लू सिंह को समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने हरा दिया है। अवध क्षेत्र में राजधानी लखनऊ को छोड़कर पड़ोसी जिले बाराबंकी, सीतापुर, लखीमपुर, सुल्तानपुर, रायबरेली, अमेठी, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, कौशांबी, श्रावस्ती, संतकबीरनगर और बस्ती लोकसभा सीटों पर भाजपा को हार मिली है।