चुनावी रण में कल्याण की नीति
Outlook Hindi|November 27, 2023
पिछले दो दशक की कई कल्याणकारी योजनाओं के स्रोत रहे राजस्थान का वोटर क्या कांग्रेस की सामाजिक सुरक्षा को जिताएगा या फिर से सत्तापलट का रिवाज निभाएगा?
अभिषेक श्रीवास्तव
चुनावी रण में कल्याण की नीति

अलवर के तिजारा से कांग्रेस के प्रत्‍याशी इमरान खान 1 नवंबर को टपूकड़ा में एक मॉल में खुले अपने कार्यालय में स्‍थानीय मेवों के बीच मौजूद थे। सैकड़ों की संख्‍या में बूढ़े और जवान मेव वहां उन्‍हें चुनाव जितवाने के लिए इकट्ठा हुए थे। इमरान दो दिन पहले तक बहुजन समाज पार्टी का प्रचार कर रहे थे, लेकिन बसपा से टिकट कटने पर उन्‍हें पिछली रात ही अचानक कांग्रेस से टिकट मिल गया था। हमने जानने की कोशिश की कि बसपा हो चाहे कांग्रेस, एक प्रत्‍याशी के तौर पर इमरान का चुनावी मुद्दा क्‍या है? इलाके के पुराने समाजसेवी और मेवों के बीच सर्वस्‍वीकृत विद्वान मौलाना हनीफ इस सवाल के जवाब कहते हैं, ‘सेकुलरिज्‍म, मोहब्‍बत की दुकान!’ उधर, इमरान को कांग्रेस की सात गारंटियां नहीं पता क्‍योंकि वे कांग्रेस में ताजा आए हैं। यही सवाल उनसे पूछने पर वे कहते हैं, ‘इलाके का विकास।’ ‘विकास’ की उनकी कुल समझदारी पानी, सड़क, गड्ढे तक सीमित है। क्‍या आपके यहां सांप्रदायिक माहौल है? क्‍या नूंह के दंगे का असर यहां भी हुआ था? ‘सेकुलरिज्‍म’ को चुनावी मुद्दा बताने वाले मौलाना इससे इनकार करते हैं, लेकिन शहर में भाजपा प्रत्‍याशी बाबा बालकनाथ की नामांकन रैली में आए उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की ओर इशारा करते हुए कहते हैं, ‘‘जा के देखिए, बुलडोजर खड़े हैं, जेसीबी खड़ी है। वैसे तो बाबा बालकनाथ अच्‍छा आदमी है, योगी जैसा फिरकापरस्‍त नहीं, लेकिन वो भी ऐसा हो जाएगा।’’

राजस्‍थान के मेवात की सीटों पर सात गारंटियों के बजाय भाजपा की सांप्रदायिकता का डर कांग्रेस के लिए वोट खींचने का काम कर रहा है, हालांकि इसी इलाके में सांप्रदायिकता का एक ऐसा पहलू है जो भाजपा और कांग्रेस में फर्क नहीं बरतता। यह राजस्‍थान के विशिष्ट सामंतवाद की देन है, जिसका एक प्रसंग अलवर के शिक्षक भरत मीणा सुनाते हैं।

هذه القصة مأخوذة من طبعة November 27, 2023 من Outlook Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة November 27, 2023 من Outlook Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من OUTLOOK HINDI مشاهدة الكل
उत्तर नहीं, मैं प्रश्न हूं...
Outlook Hindi

उत्तर नहीं, मैं प्रश्न हूं...

आम चुनाव के नतीजों में भाजपा के बहुमत से चूक जाने का सबसे बड़ा कारण अकेले उत्तर प्रदेश है, पर ऐसा हुआ कैसे

time-read
10+ mins  |
June 24, 2024
रोमांच चला अमेरिका
Outlook Hindi

रोमांच चला अमेरिका

भारत-पाकिस्तान का मैच दुनिया के किसी भी कोने में हो, दर्शकों के लिए रोमांच की सामग्री हमेशा तैयार रहती है

time-read
5 mins  |
June 24, 2024
कदम दर कदम भारत
Outlook Hindi

कदम दर कदम भारत

प्रतिष्ठित कान फिल्म महोत्सव में देश की तरक्की की यात्रा अभूतपूर्व और अविस्मरणीय रही है

time-read
5 mins  |
June 24, 2024
पुराने हुए 'नवीन'
Outlook Hindi

पुराने हुए 'नवीन'

ढलती उम्र और बाहरी को सत्ता सौंपने की अफवाहों की कीमत

time-read
4 mins  |
June 24, 2024
जोड़तोड़ का जवाब वोट से
Outlook Hindi

जोड़तोड़ का जवाब वोट से

भाजपा की हरकतों से आजिज मतदाताओं का जनादेश

time-read
3 mins  |
June 24, 2024
आगे के लिए संदेश
Outlook Hindi

आगे के लिए संदेश

देश की आबादी के बड़े हिस्से ने सत्ता पक्ष की जगह विपक्ष को अपने हितों की जिम्मेदारी सौंपी है

time-read
4 mins  |
June 24, 2024
मुद्दों की झंडाबरदारी
Outlook Hindi

मुद्दों की झंडाबरदारी

कांग्रेस और खासकर राहुल गांधी ने जमीनी मुद्दों के आक्रामक अभियान के जरिये चुनाव को बदला, पार्टी के कायाकल्प की कितनी संभावनाएं?

time-read
5 mins  |
June 24, 2024
कड़क मृदुभाषी
Outlook Hindi

कड़क मृदुभाषी

धमक के साथ आंध्र प्रदेश की सत्ता में लौटे तेलुगुदेशम के मुखिया चंद्रबाबू नायडू राजनीति के मंजे हुए खिलाड़ी

time-read
4 mins  |
June 24, 2024
नीम और शहद
Outlook Hindi

नीम और शहद

नीतीश कुमार के राजनीतिक पलटाव का अतीत ऐसा है जो सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों में बराबर उम्मीद जगाता है

time-read
6 mins  |
June 24, 2024
जनादेश सब पर भारी
Outlook Hindi

जनादेश सब पर भारी

आम चुनाव 2024 ने अठारहवीं लोकसभा की तस्वीर बदली, हर राज्य ने अपने मुद्दे तय किए और सभी राजनैतिक पार्टियों को अलग संदेश दिए, किसी एक को बहुमत के बदले गठबंधन से संतुलन साधने पर जोर

time-read
6 mins  |
June 24, 2024