वसंत के आगमन के साथ ही रंगों का त्योहार होली भी अपने आने की दस्तक दे देता है। वैसे तो शायद ही कोई ऐसा विरला होगा, जिसे होली पसंद ना हो क्योंकि तमाम तरह के तामझाम से दूर होली नाचने-गाने और जश्न मनाने का ही पर्व है। लेकिन चिंता तब होने लगती है, जब रंग और गुलाल की बात आती है। यह पता लगाना कठिन है कि आपकी त्वचा पर कौन-सा रंग क्या प्रतिक्रिया देगा और महिलाओं के साथ यह समस्या विशेष रूप से होती है। असल में, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की त्वचा ज्यादा नाजुक और कोमल होती है। साथ ही, ज्यादातर महिलाओं के बाल लंबे होते हैं, जिनमें एक बार यदि रंग चला जाए तो साफ करना बहुत कठिन हो जाता है। अब यह तो संभव है नहीं कि इतने रंगीले और मस्ती से लबरेज त्योहार पर घर के भीतर छिप कर बैठा जा सके और ना ही ये मुमकिन है कि खुद को रंगों से पूरी तरह बचा लिया जाए। लेकिन कुछ सावधानियां अपनाकर अपनी त्वचा और बालों को रंगों के हानिकारक प्रभाव से सुरक्षित जरूर रखा जा सकता है। तो बस, इस बार होली पर रंगों से बचने के बहाने सोचने की बजाय कुछ एहतियात बरतकर होली खेलें। होली का भरपूर मजा भी आएगा और आपकी खूबसूरती भी बरकरार रहेगी।
होली खेलने से पहले की तैयारी
आमतौर पर लोग समझते हैं कि पहले जी भर के रंग खेल लें और बाद में नहाते समय तो रगड़-रगड़ कर रंग हटा ही लेंगे। लेकिन यह कोई समझदारी की बात नहीं क्योंकि रंग और गुलाल जितनी देर त्वचा के संपर्क में रहेंगे, उतना ही ज्यादा नुकसान पहुंचाएंगे। रजत माथुर, लर्निंग एकेडमी, दि बॉडी शॉप इस विषय में सलाह देते हैं कि रंग खेलने से पहले ही अपनी त्वचा और बालों की देखभाल शुरू कर देनी चाहिए, ताकि वह सुरक्षित रहें और आप भी बेफिक्र होकर त्योहार का आनंद उठा पाएं।
सिर पर करें तेल मालिश
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