खेतों में करें चूहा प्रबंधन उचित समय मईजून माह
Farm and Food|May Second 2022
खाद्य पदार्थों को नुकसान पहुंचाने वाले जीवों में चूहों का पहला स्थान है.
प्रो. रवि प्रकाश मौर्य
खेतों में करें चूहा प्रबंधन उचित समय मईजून माह

एक चूहा दिनभर में तकरीबन 10-60 ग्राम तक अनाज खा सकता है. इतना ही नहीं, चूहों की संख्या मनुष्य की संख्या से 6 गुना अधिक है. कुल उत्पादित खाद्यान्न का 8 से 10 फीसदी चूहे ही बरबाद कर देते हैं. खाने के साथसाथ अपने मलमूत्र से वे अनाज को भी दूषित करते हैं और बीमारियां भी फैलाते हैं.

هذه القصة مأخوذة من طبعة May Second 2022 من Farm and Food.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 8500 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة May Second 2022 من Farm and Food.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 8500 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من FARM AND FOOD مشاهدة الكل
फलदार पौधों को रोपने के पहले करें यह तैयारी
Farm and Food

फलदार पौधों को रोपने के पहले करें यह तैयारी

मानसून के दस्तक देने के साथ ही अधिकतर फलदार आम, नीबू, अमरूद, लीची, अनार आदि पौधों की रोपाई का काम शुरू हो जाता है. फलदार पौधे की रोपाई के बाद सूखे न और उन का समुचित विकास हो, इस के लिए जरूरी हो जाता है कि किसान पौध रोपाई के पूर्व की जाने वाली सावधानियों और कामों को समय से पूरा करें.

time-read
6 mins  |
April Second 2024
रोमनेस्को ब्रोकोली - एक अनोखी गोभी, जो है सेहत का खजाना
Farm and Food

रोमनेस्को ब्रोकोली - एक अनोखी गोभी, जो है सेहत का खजाना

यहां हम ऐसी एक विदेशी सब्जी की खेती की बारे में जानकारी दे रहे हैं, जो अपने रंग, रूप और आकार के अलावा अपने पोषक तत्त्वों की प्रचुरता के लिए जानी जाती है. गोभी कुल की इस सब्जी का नाम रोमनेस्को ब्रोकोली है, जो एक तरह की फूलगोभी है.

time-read
4 mins  |
April Second 2024
पौलीहाउस में पादप रोगों की रोकथाम कैसे करें
Farm and Food

पौलीहाउस में पादप रोगों की रोकथाम कैसे करें

कृषि में विविधीकरण से किसानों की आय में वृद्धि एवं व्यावसायिकता के बढ़ने के साथ ही पौलीहाउस का प्रयोग बढ़ता जा रहा है, परंतु पौलीहाउस में होने वाले विभिन्न पादप रोगों से काफी नुकसान उठाना पड़ता है. पौलीहाउस के भीतर होने वाली बीमारियों को मोटेतौर पर 2 वर्गों में बांटा जा सकता है:

time-read
9 mins  |
April Second 2024
खेती की पैदावार बढ़ाते जैव उर्वरक
Farm and Food

खेती की पैदावार बढ़ाते जैव उर्वरक

खेत में रासायनिक खाद के अंधाधुंध इस्तेमाल से हमारी खेती की जमीन में जीवांश की मात्रा घटने से उस की उपजाऊ शक्ति घटती जाती है. बायोफर्टिलाइजर से काफी हद तक इस को नियंत्रित किया जा सकता है.

time-read
4 mins  |
April Second 2024
कृषि आय ऐसे बढाएं
Farm and Food

कृषि आय ऐसे बढाएं

कृषि में आय बढ़ाने के लिए 3 स्तरों पर काम करना होगा. पहला, लागत कम करना, दूसरा, उत्पादन बढ़ाना और तीसरा, जो उत्पादन किया है, उस की ज्यादा से ज्यादा कीमत हासिल करना.

time-read
7 mins  |
April Second 2024
मशीनों की जरूरत, इस्तेमाल व रखरखाव
Farm and Food

मशीनों की जरूरत, इस्तेमाल व रखरखाव

भारत में बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं, जहां कृषि से जुड़े विभिन्न यंत्र व मशीनें बनाई जाती हैं या फिर दूसरी जगह से ला कर बेची जाती हैं.

time-read
2 mins  |
April Second 2024
जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल यंत्र से करें सीधी बोआई
Farm and Food

जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल यंत्र से करें सीधी बोआई

आमतौर पर किसी भी फसल को बो से पहले खेत तैयार करने में 3-4 जुताइयां करनी होती हैं, पर इस यंत्र से जुताई करने पर खर्चा भी काफी बचता है.

time-read
3 mins  |
April Second 2024
सरकार से परेशान देश का किसान
Farm and Food

सरकार से परेशान देश का किसान

तकरीबन 2 साल पहले मोदी सरकार द्वारा लाए गए 3 कृषि कानूनों को वापस लेने की हुंकार के साथ किसानों ने दिल्ली की घेराबंदी की थी. 'दिल्ली चलो' के नारे के साथ दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों ने डेरा डाला था, क्योंकि दिल्ली के अंदर घुसने के सारे रास्तों पर पुलिस ने सीमेंट दीवारों पर कीलकांटे जड़ कर किसानों और केंद्र सत्ता के बीच मजबूत दीवार खड़ी कर दी थी.

time-read
3 mins  |
April First 2024
बड़े काम का है बकरीपालन एप
Farm and Food

बड़े काम का है बकरीपालन एप

इस एप में मिलेगी किसानों को बकरीपालन से जुड़ी नस्लों, योजनाओं की ढेरों जानकारी

time-read
2 mins  |
April First 2024
साधारण व्यक्तित्व के असाधारण प्रयासों से बुंदेलखंड के पानीदार होने की कहानी
Farm and Food

साधारण व्यक्तित्व के असाधारण प्रयासों से बुंदेलखंड के पानीदार होने की कहानी

जिस अनजान नायक ने बुदेलखंड को पानीदार बनाया, वे यह सब सामुदायिक सहयोग के बूते बगैर सरकार की सहायता के करते हैं. उमाशंकर पांडेय के पास न कोई एनजीओ है, न संस्था है, न कोई कार्यालय और न ही वाहन.

time-read
6 mins  |
April First 2024