Modern Kheti - Hindi Magazine - 15th January 2023Add to Favorites

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Saron & Wheat helpful insects

जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर मोटे अनाज की अहमियत

चलंत मसला

जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर मोटे अनाज की अहमियत

2 mins

पराली प्रदूषण से लोगों की जान को खतरा

भारत में वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या है जिसके लिए अनेक कारण जिम्मेवार हैं। इनमें से एक कारण पराली भी है। पता चला है कि देश में फसलों के बचे अवशेषों को जलाने से न केवल वायु गुणवत्ता खराब हो रही है, साथ थी इसकी कीमत इंसानी जीवन के रुप में भी चुकानी पड़ रही है।

पराली प्रदूषण से लोगों की जान को खतरा

3 mins

केंद्र सरकार की ओर से कृषि को पुनर्योजी योजना कितनी सार्थक

1960 के दशक की हरित क्रांति ने भारत को भूखमरी के कगार से वापस खींचकर इसे एक आत्मनिर्भर और एक बड़े खाद्य निर्यातक देश में बदल दिया। लेकिन इस क्रांति के कारण भारत दुनिया का सबसे बड़ा भूजल उत्सर्जक देश भी बन गया।

केंद्र सरकार की ओर से कृषि को पुनर्योजी योजना कितनी सार्थक

2 mins

परागण में कमी के कारण हो सकती है उत्पादन में कमी

परागण की कमी के चलते फल, सब्जियों, बादाम और अखरोट जैसे कड़े छिलके वाले फलों के उत्पादन में पांच प्रतिशत तक की गिरावट आ रही है।

परागण में कमी के कारण हो सकती है उत्पादन में कमी

3 mins

भूमि का अंधाधुंध उपयोग जैव विविधता के लिए हानिकारक

भूमि का अंधाधुंध उपयोग न केवल जैव विविधता के लिए हानिकारक है, बल्कि यह जमीन के नीचे रहने वाले जीवों को भी भारी नुकसान पहुंचा रही है।

भूमि का अंधाधुंध उपयोग जैव विविधता के लिए हानिकारक

2 mins

जैविक टीकाकरण गन्ने की खेती में करेगा सुधार

दो महत्वपूर्ण वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चला है कि जैविक टीकाकरण के उपयोग से गन्ने के खेतों के प्रदर्शन में सुधार हुआ है और 50% नेमाटोड का नियंत्रण प्रदान किया है।

जैविक टीकाकरण गन्ने की खेती में करेगा सुधार

2 mins

खरपतवार विज्ञानी डॉ. माइकल विडरिक

डॉ. माइकल विडरिक की खोज खरपतवारों के खात्मे के भिन्न-भिन्न ढंगों से संबंधित है। वह कहते हैं कि एक गैर रासायनिक नियंत्रण, औषधीय पौधों से जंगली बूटी के खतरे को खत्म करने में सहायक साबित होता है।

खरपतवार विज्ञानी डॉ. माइकल विडरिक

2 mins

अनुवांशिक फसलों की अनुमति देश को संकट में डालेगी

मध्यप्रदेश - जीएम फसलें

अनुवांशिक फसलों की अनुमति देश को संकट में डालेगी

7 mins

सूरजमुखी की खेती कैसे करें

सूरजमुखी की खेती खरीफ, रबी एवं जायद तीनों ही मौसमों में की जा सकती है। परन्तु खरीफ में सूरजमुखी पर अनेक रोग कीटों का प्रकोप होता है, फूल छोटे होते हैं। तथा उनमें दाना भी कम पड़ता है। जायद में सूरजमुखी की खेती से अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है।

सूरजमुखी की खेती कैसे करें

6 mins

मृदा प्रदूषण की रोकथाम सुनहरे भविष्य की है पहचान

मृदा के भौतिक, रासायनिक या जैविक गुणों में से किसी एक में भी नकारात्मक परिवर्तन जो पर्यावरण, जीवों और पौधों के लिए हानिकारक हो उसे मृदा प्रदूषण, कहा जाता है। यह मानव जीवन, जीवजंतुओं, फसल उत्पादन, मृदा की गुणवत्ता और उपयोगिता पर विपरीत प्रभाव डालता है।

मृदा प्रदूषण की रोकथाम सुनहरे भविष्य की है पहचान

6 mins

मुर्गी पालन-सीमांत किसानों के लिए वरदान

उत्तरप्रदेश- सहायक व्यवसाय

मुर्गी पालन-सीमांत किसानों के लिए वरदान

6 mins

जहर मुक्त गेहूँ-सरसों में कीटों का बहुआयामी प्रबंध

किसान भाई आमतौर पर यह सोचते हैं कि कीट फसलों का नुक्सान करते हैं और इनको मार कर ही फसल को बचाया जा सकता है। यद्यपि पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना, कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं कृषि व संबंधित विभागों की ओर से किसानों को जानकारी दी जाती है कि कीटनाशकों का स्प्रे खेतों का सर्वेक्षण करने के बाद जरूरत पड़ने पर ही करना चाहिए परन्तु अक्सर किसान भय के कारण स्प्रे कर देते हैं।

जहर मुक्त गेहूँ-सरसों में कीटों का बहुआयामी प्रबंध

10+ mins

कैसे करें गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण

गेहूं भारत की मुख्य अनाज की फसल है जिसका उत्पादन लगभग 30.37 मिलियन हैक्टेयर में होता है और 29.9 क्विंटल/हैक्टेयर की औसत उत्पादकता की दर से 90.78 मिलियन टन अनाज की पैदावार होती है।

कैसे करें गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण

5 mins

चने की फसल में कीट प्रबंधन

चना रबी में उगाई जाने वाली एक दलहनी फसल है।

चने की फसल में कीट प्रबंधन

3 mins

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Modern Kheti - Hindi Magazine Description:

PublisherMehram Publications

CategoryBusiness

LanguageHindi

FrequencyFortnightly

Modern Kheti, as the name indicates, relates to the modern agricultural techniques; conservative and cash crops, allied professions and farm machinery through training programs or upcoming events on a national and international level. Introduced in 1987, it is the leading and most widely read agriculture based magazine throughout Northern India. Punjab and Haryana, extensively known as the food grain basket of India, has in almost every household Modern Kheti, as it caters to every aspect of farming like growing of seasonal crops, their problems & solutions, conservative and cash crop farming. It also covers – fishery, poultry dairy, bee keeping, floriculture, horticulture etc. The main aim of Modern Kheti is to keep up the spirit of farming, bond different regions and help agriculture grow. It inspires the youth to take up agriculture as farming with a lot of emphasis on organic and profitable farming. It keeps in mind the health and prosperity of all i.e. taking mankind and nature together. It is published Fortnightly in Punjabi and Hindi and covers the whole of Punjab, Haryana, Rajasthan, Himachal Pradesh, Uttaranchal etc. It is undoubtedly one of the best mediums trying to provide healthy information.

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