आदमी के अंदर का हिंसक जानवर परदे पर
Sarita|January First 2024
फिल्म 'एनिमल' में भयानक हिंसा और सैक्स सीन दिखाए गए हैं. फिल्मों का इस तरह का कंटैंट पैसा कमाने का जरिया बन गया है, लेकिन ऐसी फिल्में दर्शकों के मनोविज्ञान पर क्या असर छोड़ रही हैं, इस की जिम्मेदारी न निर्देशक लेने को तैयार हैं और न ही कलाकार.
सोमा घोष
आदमी के अंदर का हिंसक जानवर परदे पर

संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म 'एनिमल' में अभिनेता रणबीर कपूर के अभिनय की बहुत तारीफ की जा रही है, वहीं दूसरी ओर इस की बुराई भी खूब हो रही है. फिल्म में हिंसक और इंटिमेट सीन्स को ले कर तमाम तरह की बातें कही जा रही हैं. कुछ लोग तो 'एनिमल' के कंटैंट पर भी सवाल उठा रहे हैं.

यही नहीं, फिल्म के मुख्य किरदार रणविजय यानी रणबीर कपूर को बहुत ही हिंसक और महिला विरोधी व स्त्रियों के अस्तित्व पर बड़ा आघात करने वाला बताया जा रहा है.

कई सेलेब्स ने इस फिल्म का विरोध भी किया है. सिंगर स्वानंद किरकिरे ने तो 'एनिमल' को भारतीय सिनेमा को शर्मसार करने वाली फिल्म बताया है.

मानव भावनाओं का तीव्र प्रदर्शन

संदीप रेड्डी ने इस से पहले हिंसक फिल्म 'कबीर सिंह' बनाई थी, उस में भी उन्होंने मानव भावनाओं को तीव्र रूप में प्रस्तुत किया था, हालांकि कुछ को फिल्म में शाहिद कपूर की आक्रामक एक्टिंग पसंद आई, लेकिन बहुतों को फिल्म का कौन्सैप्ट पसंद नहीं आया.

अधिकतर युवा दर्शकों ने इसे बीमार मानसिकता वाले व्यक्ति की संज्ञा दी, जो आज के परिवेश में सही नहीं बैठती, जहां महिलाएं प्यार को पाने के लिए कुछ भी सहने के लिए आज तैयार नहीं होतीं. यही वजह है कि युवाओं में डायवोर्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.

सेलेब्स की नापसंद की वजह

'एनिमल' का किरदार रणविजय भी कबीर सिंह का एक्सटैंड फौर्म है, जिस के लिए हिंसा कोई बड़ी बात नहीं है. परिवार पर किसी भी प्रकार की समस्या आने पर वह पलक झपकते निर्णय ले लेता है और हिंसा पर उतारू हो जाता है.

मनोवैज्ञानिक राशिदा मानती हैं कि कई सैलिब्रिटीज की इस फिल्म को नापसंद करने की वजह यह रही होगी कि आज की तारीख में पैरेंट्स बच्चों के भविष्य को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, उन की उपेक्षा कतई नहीं करते, ऐसी फिल्में परिवार और समाज को गलत संदेश देती हैं.

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