लापता लेडीजः किरण राव के निर्देशन और आमिर खान प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही फिल्म लापता लेडीज का 2024 में सभी को इंतजार है। इस फिल्म के माध्यम से कई युवा प्रतिभाशाली कलाकारों को हिंदी सिनेमा में लॉन्च किया जा रहा है। मार्च की पहली तारीख को रिलीज होने जा रही इस फिल्म के विषय में आमिर खान कह चुके हैं कि यह फिल्म हास्य और मनोरंजन का खजाना है।
चंदू चैंपियनः निर्देशक कबीर खान की फिल्म अभिनेता कार्तिक आर्यन मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म 83 के बाद कबीर खान और निर्माता साजिद नाडियादवाला एक साथ इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। खेल पर आधारित फिल्म चंदू चैंपियन कभी हार न मानने के जज्बे को सलाम करती है। 14 जून को रिलीज होने जा रही इस फिल्म से इसलिए भी उम्मीदें हैं क्योंकि अभिनेता कार्तिक आर्यन का हालिया रिकॉर्ड शानदार रहा है। सभी को उम्मीद है कि कार्तिक आर्यन फिर से दर्शकों का दिल जीतेंगे।
फाइटर: फिल्म निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। ऋतिक रोशन, दीपिका पादुकोण और अनिल कपूर मुख्य भूमिका में वॉर और विक्रम वेधा के बाद ऋतिक रोशन एक बार फिर एक्शन अवतार में आए नजर आए। भारतीय वायुसेना के पराक्रम को प्रदर्शित करती यह फिल्म गणतंत्र दिवस पर रिलीज हुई और छा गई।
बस्तर : द नक्सल स्टोरी
निर्माता विपुल अमृतलाल शाह की फिल्म। सुदीप्तो सेन का निर्देशन। विपुल शाह की फिल्म केरला स्टोरी की कामयाबी के बाद दर्शकों को फिल्म बस्तर: द नक्सल स्टोरी से खासी उम्मीदें हैं। यह फिल्म छत्तीसगढ़ राज्य और वहां की नक्सल समस्या की परतें खोलने का काम कर सकती है।
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जौनपुर
इतिहास की गोद में ऊंघता-सा एक शहर है, उत्तर प्रदेश का जौनपुर। पुराने शहरों के साथ अक्सर ऐसा होता है कि वे किसी मील के पत्थर से यू टर्न लें और सभ्यता की सामान्य दिशा से उल्टी दिशा में चल पड़ें।
समय की गति की परख
इस संग्रह का महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि कवि यहां अस्तित्ववाद के प्रश्नों से रूबरू होते हैं। निजी और वृहत्तर तौर पर जीवन को इस विमर्श के घेरे में लाकर कवि अस्तित्व से संबंधित प्रश्नों का उत्तर पाने का प्रयास करता है।
प्रकृति का सान्निध्य
वरिष्ठ कवयित्री सविता सिंह का नया संग्रह ‘वासना एक नदी का नाम है’ स्त्री-विमर्श को नई ऊंचाई पर ले जाता है।
आजाद तवायफ तराना
तवायफों पर आई नई वेबसीरीज हीरामंडी ने फिर कोठेवालियों और देवदासियों के साथ हिंदुस्तानी सिनेमा के रिश्तों की याद दिलाई
अगला द्रोण कौन
टीम इंडिया में अर्जुन तो बहुत, उन्हीं को संवारने के लिए एक ऐसे कोच की तलाश, जो टीम को तकनीकी-मानसिक मजबूती दे सके
ममता दीदी की दुखती रग
इस चुनाव में अपनी पार्टी के नेताओं का भ्रष्टाचार ही ममता की सबसे बड़ी चुनौती
हवा का रुख दोतरफा
ईडी की कार्रवाइयों और जनता के मुद्दों पर टिका है चुनाव
तीसरी बारी क्यों
विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार और संविधान बदलने तथा आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाकर देश की जनता को गुमराह नहीं कर सकता
क्या बदलाव होने वाला है?
इस बार उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में सवर्णों को अपने धर्म और वर्चस्व की चिंता दिख रही है, तो अवर्ण समाज के दिल को संविधान और लोकतंत्र का मुद्दा छू रहा
किस ओर बैठेगा जनादेश
बड़े राज्यों में कांटे के मुकाबले के मद्देनजर 4 जून को नतीजों के दिन ईवीएम से निकलने वाला जनादेश लगातार तीसरी बार एनडीए को गद्दी सौंपेगा या विपक्षी गठजोड़ 'इंडिया' के पक्ष में बदलाव की बानगी लिखेगा, यह लाख टके का सवाल देश की सियासत की अगली धारा तय करेगा